खनन पट्टों की ई-नीलामी से गदगद उत्तराखंड सरकार, आधार मूल्य से 9 गुना ज्यादा मिला
देहरादून: उत्तराखंड में पहली बार सरकारी कार्यों और पट्टों के आवंटन के लिए ई-नीलामी प्रक्रिया अपनायी गई है। इस प्रक्रिया के उत्साहवर्धक नतीजे भी मिले हैं। राज्यभर में चिन्हित उपखनिज लॉटों के आवंटन के लिए सरकार ने ई-निविदा सह ई-नीलामी प्रक्रिया लागू की है। इस प्रक्रिया के तहत पहले चरण में ई-निविदा प्रक्रिया संपन्न होनी होती है। ई-निविदा के सफल निविदाकारों को ई-नीलामी में हिस्सा लेने की अनुमति मिलती है। नीलामी की प्रक्रिया भी ऑनलाइन ही संपन्न होनी है।
इसी कड़ी में हरिद्वार के चार उपखनिज लॉट के लिए फरवरी के पहले हफ्ते में ई-नीलामी प्रक्रिया संपन्न हुई। जिसमें ऑन लाइन बोली 6 गुना से भी अधिक गई।
शुक्रवार (16 फ़रवरी) को नैनीताल के भोरसा उपखनिज लॉट के लिए ई-नीलामी प्रक्रिया संपन्न करायी गई। यहां भी प्रतिभागियों में जबर्दस्त प्रतिस्पर्धा दिखी। ऑनलाइन बोली के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक का समय निर्धारित था। एक बजे से पांच मिनट पहले तक यदि कोई बोली प्राप्त होती तो उस समय पर अन्य बोलीदाताओं के लिए बोली 5 मिनट स्वतः अग्रेनीत हो जाने का प्रावधान रखा गया। इस तरह ऑनलाइन बोली दोपहर 3.50 बजे तक बढ़ती चली गई। अंततः ई-नीलामी में अधिकतम बोली रुपए 5,07,14,400 प्राप्त हुई, जो निर्धारित आधार मूल्य के लगभग 9 गुना है।
निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म ने बताया कि प्रतिभागियों के मध्य जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। ई-नीलामी से सरकार को अधिकाधिक राजस्व तो मिलेगा ही, साथ-साथ अवैध खनन पर नियंत्रण हो जाने की भी पूर्ण संभावना जतायी।