Neet Result 2024: जानिये क्यों एमबीबीएस की सीट छोड़ दी वनिता ने

Neet Result 2024: मध्य प्रदेश के जबलपुर में पूर्णायु आयुर्वेद चिकित्सालय एवं अनुसंधान विद्यापीठ, गर्ल्स कॉलेज में दाखिला लिया है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-09-30 07:37 IST

Vanita jain   (PHOTO: SOCIAL MEDIA )

Neet Result 2024: देश भर के प्रतिभाशाली छात्र नीट परीक्षा में अधिक से अधिक अंक हासिल करने की कोशिश करते हैं ताकि वे किसी प्रतिष्ठित संस्थान में एमबीबीएस के पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकें। अच्छा अंक हासिल करने पर ही उन्हें इस काम में कामयाबी मिल पाती है मगर मुंबई की छात्रा वनिता जैन ने अपने फैसले से सबको हैरान कर दिया है। नीट परीक्षा में 645 अंक हासिल करने के बावजूद वनिता ने एमबीबीएस की जगह बीएएमएस को चुना है।

उन्होंने मध्य प्रदेश के जबलपुर में पूर्णायु आयुर्वेद चिकित्सालय एवं अनुसंधान विद्यापीठ, गर्ल्स कॉलेज में दाखिला लिया है। इस प्रतिभाशाली छात्रा के दाखिला लेने के बाद कॉलेज के प्रबंधन की ओर से पूरे पाठ्यक्रम के दौरान उनकी शिक्षण फीस माफ करने का ऐलान किया गया है।

वनिता जैन ने लिया पूर्णायु कॉलेज में दाखिला

मध्य प्रदेश आयुष संचालनालय,भोपाल की ओर से हाल में बीएएमएस स्नातक प्रथम चरण की काउंसिलिंग का आयोजन किया गया। इस दौरान भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग,नई दिल्ली के निर्देशों के अनुक्रम में आयुर्वेद महाविद्यालयों की 15 प्रतिशत ऑल इंडिया कोटे की सीटों पर प्रवेश की कार्यवाही पूरी की गई।

इस काउंसिलिंग में मुंबई की छात्रा वनिता जैन ने ऑल इंडिया कोटे से पूर्णायु आयुर्वेद चिकित्सालय और अनुसंधान विद्यापीठ गर्ल्स कॉलेज, तिलवाराघाट,जबलपुर में प्रवेश लिया।

आचार्य विद्यासागर महाराज से मिली प्रेरणा

वनिता जैन ने नीट परीक्षा में 645 अंक हासिल किए थे। इतने ज्यादा अंक हासिल करने पर वनिता को देश के किसी भी प्रतिष्ठित संस्थान में एमबीबीएस कोर्स में दाखिला मिल सकता था मगर उन्होंने आचार्य श्री विद्यासागर महाराज से प्रेरित होकर एमबीबीएस को न चुनकर बीएएमएस में दाखिला लेने का फैसला किया।

पूर्णायु कॉलेज की शुरुआत 2021 में आचार्य विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद और प्रेरणा से श्री दिगंबर जैन संरक्षिणी सभा की ओर से की गई थी। मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय से संबद्ध यह एकमात्र सौ सीटों वाला बालिका महाविद्यालय है। अब इसी महाविद्यालय में अध्ययन करके वनिता जैन आयुर्वेद के क्षेत्र में अपना कॅरियर बनाएंगी।

आयुर्वेद की समृद्ध परंपरा होगी मजबूत

वनिता जैन का यह कदम काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। नीट परीक्षा में 645 अंक हासिल करने के बावजूद बीएएमएस में दाखिला लेने का उनका फैसला आयुर्वेद की समृद्ध परंपरा को संरक्षित और प्रचारित करने की दिशा में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसके साथ ही वनिता ने अपने व्यक्तिगत विकास की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है।

आयुर्वेद को एक महत्वपूर्ण चिकित्सा प्रणाली के साथ ही जीवन जीने का अलग दृष्टिकोण भी माना जाता रहा है। शारीरिक,मानसिक और आत्मिक विकास को संतुलित बनाने में आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली की भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी जाती रही है। अपने इस फैसले के जरिए वनिता ने अन्य प्रतिभाशाली और होनहार छात्र-छात्राओं को आयुर्वेद चिकित्सा की पढ़ाई करने के लिए प्रेरित भी किया है।

वनिता का शिक्षण शुल्क पूरी तरह माफ

पूर्णायु कॉलेज के प्राचार्य डॉ.स्वप्निल सिंघई ने वनिता के महाविद्यालय में प्रवेश लेने के फैसले को गर्व का क्षण बताया। उन्होंने छात्रा को बधाई देने के साथ ही उसके उज्जवल भविष्य की भी कामना की। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का गर्व है कि पिछले साल की तरह ही इस साल भी मध्य प्रदेश ऑल इंडिया कोटे से प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा ने एमबीबीएस पाठ्यक्रम व शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय न चुनकर हमारे निजी महाविद्यालय को चुना है।

उन्होंने कहा कि हमें इस बात की पूरी उम्मीद है कि अपनी मेहनत और समर्पण के दम पर वनिता बुलंदियों पर पहुंचेंगी। पूर्णायु प्रबंधक न्यासीगण पवन चौधरी और सौरभ जैन (नन्नू भैया) ने छात्रा को बधाई देने के साथ ही पूरे पाठ्यक्रम का शिक्षण शुल्क माफ करने का भी ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में प्रवेश लेने वाली सभी छात्राओं को आचार्य श्री से प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरी तरह समर्पित रहना चाहिए।

Tags:    

Similar News