कानपुर: पंजाब नेशनल बैंक स्कैम के बाद अब रोटोमैक कंपनी के मालिक पर भी बैंक लोन ना चुकाने के आरोप हैं। सोमवार (19 फरवरी) की सुबह सीबीआई ने कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी को कानपुर से गिरफ्तार किया है। बता दें कि रविवार रात ही कोठारी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इसके बाद सोमवार सुबह तड़के 4 बजे ही सीबीआई की टीमों ने उनके कानपुर के तीन ठिकानों पर छापेमारी की। सीबीआई ने 485 करोड़ रुपए के लोन ना चुकाने के मामले में ये छापेमारी की है। ये छापेमारी इलाहाबाद बैंक की शिकायत के बाद की गई है।
इससे पहले खबर थी, कि विक्रम कोठारी भी नीरव मोदी की ही तरह देश छोड़कर जा चुके हैं। लेकिन उन्होंने इस बात का खंडन किया। कोठारी ने कहा, कि 'वह देश छोड़कर नहीं गए हैं। यहीं कानपुर में ही हैं।'
'अभी तक चुकता नहीं कर पा रहा हूं'
कोठारी ने कहा, 'मैंने बैंकों से लोन लिया है। ये गलत है कि अभी तक चुकता नहीं कर पा रहा हूं। मेरा बैंक का एलसी में केस चल रहा है। उसमें जल्द ही निष्कर्ष निकलेगा।' कोठारी ने आगे कहा, 'मैं अभी कानपुर से बाहर नहीं निकला हूं और ना ही कहीं जाऊंगा। मेरे भारत जैसा महान देश कोई नहीं है। हालांकि, बिज़नेस डील की वजह से बाहर के मुल्क में आना-जाना लगा रहता है।'
5 राष्ट्रीय बैंकों की करीब 3,000 करोड़ देनदारी
गौरतलब है, कि कानपुर के व्यापारी विक्रम कोठारी पर आरोप है कि उनपर पांच राष्ट्रीय बैंकों से करीब 3,000 करोड़ की देनदारी है। कोठारी ने इस उधारी का अब तक पैसा नहीं वापस किया है। इसके बावजूद ना सिर्फ कोठारी खुलेआम घूम रहे हैं, बल्कि उनके व्यापार भी लगातार चल रहे हैं। कोठारी पर आरोप है कि इन्होंने बैंक के आला अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर अपनी संपत्तियों की कीमत ज्यादा दिखाकर उनपर करोड़ों का लोन लिया है और अब उन्हें चुकता करने से मुकर गए हैं।