विराट कोहली का बड़ा खुलासा: पीटरसन से बोले-ऐसे बने बेहतर इंसान, खोले कई राज...

कोरोना ने पूरी दुनिया को लॉकडाउन कर दिया है। सब अपने तरीके से इस लॉकडाउन में अपना समय बिता रहे हैं। गुरुवार को विराट कोहली इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज और आईपीएल टीम के अपने पूर्व साथी  केविन पीटरसन के साथ से इंस्टाग्राम लाइव पर बात की।

Update: 2020-04-03 03:18 GMT

नई दिल्ली कोरोना ने पूरी दुनिया को लॉकडाउन कर दिया है। सब अपने तरीके से इस लॉकडाउन में अपना समय बिता रहे हैं। गुरुवार को विराट कोहली इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज और आईपीएल टीम के अपने पूर्व साथी केविन पीटरसन के साथ से इंस्टाग्राम लाइव पर बात की।

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टेस्ट क्रिकेट खेलकर बेहतर इंसान

लाइव चैट के दौरान विराट ने बताया कि कैसे वो टेस्ट क्रिकेट खेलकर बेहतर इंसान बने। उन्होंने साथ ही कहा कि यह जीवन का प्रतिनिधित्व करता है जहां किसी व्यक्ति के पास मुश्किल समय में भागने का विकल्प नहीं होता। पीटरसन ने इंस्टाग्राम लाइव पर बात करते हुए विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपने जज्बे, अपने करियर के सबसे बदतर दौर, वह वेगन कैसे बने और कोविड-19 जैसे वैश्विक संकट के दौरान सहज जीवन जी पाने के लिए आभारी होने पर बात की।

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पसंदीदा फॉर्मेट

कप्तान कोहली ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट, टेस्ट क्रिकेट, टेस्ट क्रिकेट, टेस्ट क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट। मैंने पांच बार यह कहा।’ उन्होंने कहा, ‘क्योंकि यह जीवन का प्रतिनिधित्व करता है। रन बनाओ या नहीं, जब अन्य बल्लेबाजी कर रहे हों तो आपको ताली बजानी होती है। आपको अपने कमरे में वापस लौटने के बाद अगले दिन उठकर फिर मैदान में उतरना पड़ता है।

फैसले को सराहा

भारत की ओर से 86 टेस्ट में 27 शतक की मदद से 7240 रन बनाने वाले कोहली ने कहा, ‘आपको दिनचर्या का पालन करना होता है, फिर आप चाहे इसे पसंद करो या नहीं। यह जीवन की तरह है जहां आपके पास प्रतिस्पर्धा पेश नहीं करने का विकल्प नहीं है। टेस्ट क्रिकेट ने मुझे बेहतर इंसान बनाया। शानदार टेस्ट क्रिकेटर रहे पीटरसन ने कोहली की सराहना की। कहा, ‘’ मुझे विचार-विमर्श के लिए बुलाया गया और मैंने उन्हें कह दिया कि अगर विराट कोहली नहीं चाहते कि चार दिवसीय टेस्ट हो तो ऐसा नहीं होगा। पीटरसन की यह बात सुनकर कोहली भी हंसने लगे।

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बदलाव की जरूरत

कोहली का मानना है कि उनके लिए आक्रामकता लुत्फ उठाने का एक प्रकार है। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि सिर्फ कप्तान होने के कारण मुझे अपने रवैये में बदलाव करने की जरूरत है। जरूरी है कि मैं लुत्फ उठाऊं और इसके बाद रणनीति आती है।’

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बोलने की जरूरत नहीं होती

विराट कोहली ने कहा कि उन्हें डिविलियर्स और पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ बल्लेबाजी करना सबसे अधिक पसंद है।, ‘मुझे उन लोगों के साथ बल्लेबाजी करना पसंद है जो विकेटों के बीच मेरी दौड़ को समझते हैं। आपको मेरे रन लेने के फैसलों को समझना होगा। मुझे धोनी और डिविलियर्स के साथ बल्लेबाजी करने में मजा आता है, हमें रन लेने के लिए बोलने की जरूरत नहीं होती क्योंकि हम एक दूसरे को देखते हैं और हमें पता है कि कब रन लेना है।’

ऐसे शाकाहारी बने

विराट कोहली ने बताया कि 2018 के दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान उनकी रीढ़ की हड्डी में सर्वाइकल की समस्या हो गई थी। उन्होंने कहा, ‘मेरी छोटी अंगुलियों में कुछ महसूस ही नहीं होता था। मैंने साथ ही महसूस किया कि मेरे पेट में अम्लता की समस्या है और मेरी हड्डियों से कैल्शियम कम हो रहा है। मैंने मीट खाना बंद कर दिया और मैंने कभी इससे बेहतर महसूस नहीं किया।’

सबसे मुश्किल दौरा

विराट का कहना है कि 2023 तक सभी प्रारूपों में खेलना पसंद करेंगे और 2014 का इंग्लैंड दौरा उनके करियर का सबसे मुश्किल समय था जब उन्हें लगने लगा था कि विफलता से बचा नहीं जा सकता।

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