Cough Syrups: सर्दी-खांसी भगाने वाला सिरप पीने से 66 बच्चों की मौत, भारत में WHO ने जारी की चेतावनी

Very Dangerous Cough and Cold Syrups: गांबिया में कफ सिरप पीने से लगभग 66 बच्चों की जान जाने से हाहाकार मच गया है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि इस कफ सिरप को बनाने वाली कंपनी भारत के हरियाणा की है।

Report :  Vidushi Mishra
Update:2022-10-06 10:20 IST

कफ सिरप (फोटो-सोशल मीडिया)

WHO Alert Cough Syrups: सर्दी-खांसी का कफ सिरप पीने से करीबन 66 बच्चों की मौत हो गई है। ये कफ सिरप भारतीय दवा कंपनी ने बनाया है। इस कफ सिरप दवा को हरियाणा की एक कंपनी ने बनाया है। ऐसे में ये सिरप पीने से पश्चिमी अफ्रीकी देश गांबिया में बच्चों की जान चली गई। जिससे पूरे स्वास्थ्य प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। इस बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सर्दी-खांसी के इन सिरप का इस्तेमाल नहीं करने को लेकर चेतावनी जारी की है। साथ ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने मामले की तत्काल जांच करने के सख्त आदेश दिए हैं।

मौसम बदलने की वजह से इस समय सर्दी-खांसी-बुखार से लगभग हर घर में बच्चों-बड़ों को वायरल फीवर की परेशानी है। इसके लिए लोग एंटीबायोटिक दवा और खांसी का सिरप इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन जब कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत होने की खबर सामने आई, तो लोगों को अब दवा लेने में डर सा लगने लगा है।

जीं हां गांबिया में कफ सिरप पीने से लगभग 66 बच्चों की जान जाने से हाहाकार मच गया है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि इस कफ सिरप को बनाने वाली कंपनी भारत के हरियाणा की है। इसी हरियाणवी कंपनी के सिरप के सेवन से गांबिया में बड़े पैमाने पर बच्चों की मौत का दावा किया जा रहा है।

इस कंपनी की दवा 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को चेतावनी दी कि हरियाणा के सोनीपत में स्थित मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा कथित रूप से निर्मित चार "बेकार" और "घटिया" कफ सिरप गाम्बिया में कम से कम 66 बच्चों की मौत का कारण हो सकते हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने अभी तक "मौतों के एक से एक कारण संबंध" को सटीक रूप से प्रदान नहीं किया है।

ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को एक रिपोर्ट में कहा कि खांसी की दवा डाइथेलेन ग्लाइकोल और इथिलेन ग्लाइकोल इंसान के लिए जहर की तरह हैं। इस बारे में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घेब्रेयेसुस ने कहा कि बच्चों की मौत का संबंध चार दवाओं से है। इन सीरप के सेवन से उनके गुर्दों को नुकसान पहुंचा है।

फिलहाल विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस पूरे कांड के लिए हरियाणवी दवा कंपनी और भारत सरकार के नियमन अधिकारियों के साथ इन दवाओं की बड़े स्तर पर जांच कर रहा है। जिसमें अभी तक खांसी की चार दवाओं की पहचान मौत की वजह बनकर सामने आई है। 

ऐसे में इस सिरप और दवाओं के लिए दुनिया के अन्य देशों को भी चेतावनी जारी कर दी गई है।

Tags:    

Similar News