गोपाल कांडा का कांड! जिसकी वजह से आये थे चर्चा में, अब BJP को दे रहे समर्थन
कभी हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनवाने वाले गोपाल कांडा आज भाजपा को सहारा दे रहे हैं। तो आइये हम आपको बताते हैं कि आखिर कौन हैं गोपाल कांडा...
नई दिल्ली: राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है, यहां कुछ भी असंभव नहीं है। कभी हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनवाने वाले गोपाल कांडा आज भाजपा को सहारा दे रहे हैं। तो आइये हम आपको बताते हैं कि आखिर कौन हैं गोपाल कांडा...
गीतिका हत्याकांड से आये थे चर्चा में
वर्ष 1998 के करीब खराब रेडियो रिपेयर कर कुछ सौ रुपए महीना कमाने वाले कांडा जूता बेचते-बेचते रियल एस्टेस के बड़े कारोबारी बन गए जिसके बाद उन्होंने एविएशन सेक्टर में भी हाथ आजमाने की सोची यहीं से उनके जीवन में गीतिका शर्मा की एंट्री हुई जिसके बाद कांडा ने अपनी एयरलाइंस कंपनी खोल ली।
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गोपाल कांडा ने साल 2008 में गुड़गांव से MDLR एयरलाइंस की शुरुआत की, यह वही एयरलाइंस है जिसमें गीतिका शर्मा एयर होस्टेस थीं। इसका नाम उन्होंने अपने पिता के नाम 'मुरलीधर लेखा राम' (MDLR) के नाम पर रखा था। हालांकि उनके विवादों में फंसने के बाद साल 2009 में एयरलाइंस का कामकाज बंद हो गया।
कांडा से तंग आकर गीतिका ने की थी आत्महत्या
गीतिका शर्मा पर गोपाल कांडा कुछ ज्यादा करीब हो गए लेकिन अचानक कुछ ऐसा हुआ कि गीतिका, कांडा और उनकी कंपनी दोनों से दूर चली गई। उन्होंने दुबई में नौकरी कर ली। पर कांडा ने उन्हें दिल्ली वापस आने पर मजबूर कर दिया। दिल्ली आने के बाद भी कांडा ने गीतिका का पीछा नहीं छोड़ा। आरोप है कि कांडा से तंग आकर गीतिका ने 05 अगस्त 2012 को फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया।
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गीतिका ने अपने सुसाइड नोट में आरोप लगाया था कि कांडा की प्रताड़ना की वजह से वह आत्महत्या कर रही हैं। इस मामले में कांडा गिरफ्तार हुए। एयर होस्टेस गीतिका शर्मा के आत्महत्या मामले में फंसने के बाद साल 2012 में उन्हें हुड्डा सरकार में अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
जीत के तत्काल बाद कांडा ने बिना शर्त भाजपा को दिया समर्थन
दो आत्महत्याओं में आरोपों का सामना कर रहे कांडा ने मंगलवार को हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) के टिकट पर सिरसा से निर्दलीय उम्मीदवार गोकुल सेतिया को महज 602 वोट से हराकर जीत हासिल कर लिया। जीत के तत्काल बाद कांडा ने बिना शर्त भाजपा को समर्थन करने की घोषणा कर दी। वहीं गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा का दावा है कि उनके साथ पांच अन्य विधायक भी भाजपा का बिना शर्त समर्थन कर रहे हैं।
2009 में कांडा ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को दिया था समर्थन
कांडा के इस कदम की तुलना 2009 के घटनाक्रम से की जा सकती है, जब निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीते कांडा ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस को समर्थन देकर सरकार गठन में अहम भूमिका निभाई थी। इसके इनाम में हुड्डा ने कांडा को कैबिनेट मंत्री के तौर पर सरकार में शामिल किया था। लेकिन आज समय कुछ दूसरा है जब कांडा खुद बीजेपी का समर्थन कर रहे हैं, जबकि बीजेपी ने गीतिका हत्याकांड का जमकर विरोध किया था।
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बता दें कि 2015 में कांडा ने बिपाशा बसु को साथ लेकर एक फिल्म भी बनाने की कोशिश की थी। हरियाणा में कांडा के प्रभाव का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि भाजपा सदस्य होने के बावजूद हरियाणवी गायिका सपना चौधरी इस बार उसके पक्ष में प्रचार करने पहुंच गई थी। तो अब देखना होगा कि आखिर बीजेपी कांडा के समर्थन पर क्या उन्हें मंत्री पद देती है या फिर होगा कुछ और...|