Ujjain Rape Case: उज्जैन रेप पीड़ता का मसीहा बना पुलिस वाला कौन है, उठाई पढ़ाई से शादी तक की जिम्मेदारी
Ujjain Rape Case : उज्जैन में कुछ दिनों पहले एक बच्ची के साथ हैवानियत की घटना हुई थी। घटना के बाद महाकाल थाना प्रभारी अजय वर्मा ने बच्चों को गोद लेने की बात करी थी और उसकी सारी जिम्मेदारी उठाई थी।
Ujjain Rape Case : मध्य प्रदेश के उज्जैन में कुछ दिनों पहले एक केस हुआ था, जब 12 साल की एक नाबालिक बच्ची को ऑटो ड्राइवर ने अपनी हैवानियत का शिकार बनाया था। इस बच्ची के साथ हुई हैवानियत ने न सिर्फ शहर बल्कि पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया था क्योंकि रानियां का शिकार होने के बाद यह बच्ची कम से कम ढाई घंटे तक सड़कों पर मदद की गुहार लगाते हुए भटकती रही लेकिन किसी ने इसकी मदद नहीं की थी।
दरिंदगी का शिकार हुई थी बच्ची
बच्ची के साथ हुई दरिंदगी को देख पूरे शहर का दिल पसीज गया था। मामला सामने आते ही तुरंत ही ताबड़तोड़ एक्शन लेते हुए बच्ची जिस ड्राइवर के साथ गई थी और जिन जिन ऑटो ने उसे एक जगह से दूसरी जगह छोड़ा था। उन सभी को ट्रेस कर पूछताछ के लिए बुलाया गया और मामले की छानबीन की गई। इसके बाद मुख्य आरोपी को पड़कर सलाखों के पीछे डाला गया। इन सब के बीच एक मानवता और इंसानियत से भारी मिसाल भी देखने को मिली। जब एक पुलिस अधिकारी में दरिंदगी का शिकार हुई इस बच्ची को गोद लेने की बात करी चलिए आपको उनके बारे में बताते हैं।
अजय वर्मा ने लिया गोद
इस मामले की जांच में महाकाल थाना के प्रभारी अजय वर्मा को भी शामिल किया गया था। उन्होंने पूरे केस को नजदीक से देखा और बच्चे की स्थिति से रूबरू हुए तो उनका दिल पसीज गया और उन्होंने इस बच्ची को गोद लेने की जिम्मेदारी उठाई और उसकी पढ़ाई लिखाई इसलिए तो शादी तक की सारी व्यवस्थाएं करने का वादा किया।
अजय वर्मा का क्या कहना
बच्ची को गोद लेने वाले अधिकारी अजय वर्मा का कहना है कि मैं लड़की के इलाज, उसकी पढ़ाई लिखाई और शादी की सारी जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं। इस पहल में साथ देने के लिए कहीं लोग आगे आए हैं और मुझे उम्मीद है की सारी जिम्मेदारियां जल्दी पूरी हो जाएगी। वर्मा का यह कहना है कि मैं हमेशा समाज को बोल उठाने का प्रयास करता हूं जो उसने मुझे दिया है और यह उसी का एक प्रयास है।