Parliament Winter Session: दिसंबर के दूसरे सप्ताह में शुरू हो सकता है संसद का शीतकालीन सत्र, ये विधेयक हो सकते हैं पेश
Parliament Winter Session: संसद का सत्र तीन दिसंबर को पांच राज्यों में वोटों की गिनती के कुछ दिनों बाद शुरू हो सकता है।
Parliament Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र दिसंबर के दूसरे सप्ताह में शुरू हो सकता है। वहीं बताया जा रहा है कि यह सत्र क्रिसमस से पहले समाप्त हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, संसद का सत्र तीन दिसंबर को पांच राज्यों में वोटों की गिनती के कुछ दिनों बाद शुरू हो सकता है। कुल मिलाकर देखा जाए तो इस बार का संसद का शीतकालीन सत्र हंगामी हो सकता है। जिस तरह से कई विपक्षी सांसदोें पर ईडी का शिकंजा कस रहा है। यह मुद्दा संसद के शीतकालीन सत्र मे गरमाएगा यह तय माना जा रहा है।
इन विधेयकों पर हो सकता है विचार-
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान आईपीसी, सीआरपीसी और साक्ष्य अधिनियम की जगह लेने वाले तीन प्रमुख विधेयकों पर विचार की जा सकती है। गृह मामलों की स्थायी समिति ने हाल ही में तीन रिपोर्टों को अपनाया था।
वैसे तो संसद का शीतकालीन सत्र आमतौर पर नवंबर के तीसरे सप्ताह में शुरू होता है और 25 दिसंबर से पहले समाप्त हो जाता है। संसद में लंबित एक अन्य प्रमुख विधेयक मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से जुड़ा है। मानसून सत्र में पेश किए गए इस प्रस्ताव को सरकार ने विपक्ष और पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्तों के विरोध के बीच संसद के विशेष सत्र में पारित करने पर जोर नहीं दिया। सरकार सीईसी और ईसी के पद को कैबिनेट सचिव स्तर का करना चाहती है। वर्तमान में उन्हें सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के बराबर का दर्जा प्राप्त है।
हंगामी हो सकता है संसद का शीतकालीन सत्र
कुल मिलाकर देखा जाए तो इस बार का संसद का शीतकालीन सत्र हंगामी हो सकता है। जिस तरह से कई विपक्षी सांसदोें पर ईडी का शिकंजा कस रहा है। यह मुद्दा संसद के शीतकालीन सत्र मे गरमाएगा यह तय माना जा रहा है। वहीं अगर राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीगढ़ में कांग्रेस की सरकार बन गई तो यह सत्र विपक्ष के लिए सत्ता पक्ष पर हमला बोलने का मौका दे देगा। अब तो यह तीन दिसंबर को ही पता चलेगा की पांच राज्यों के चुनाव परिणाम क्या होंगे। कहां किसकी सरकार बनेगी।