IPL Final 2021: KKR को महंगी पड़ी कार्तिक की चूक, शार्दुल-जडेजा ने फंसे मैच में कराई CSK की वापसी
IPL Final 2021: दुबई में खेले गए आईपीएल 2021 के फाइनल मुकाबले में सीएसके ने केकेआर को 27 रनों से हरा दिया। इस हार का एक कारण टीम के विकेटकीपर दिनेश कार्तिक की एक बड़ी चूक भी शामिल है।
IPL Final 2021: IPL 2021 के फाइनल मुकाबला काफी रोमांचक रहा और एक समय मजबूती स्थिति में दिख रही कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की टीम आखिरकार 27 रनों से हार गई। कोलकाता की टीम की हार में टीम के विकेटकीपर और पूर्व कप्तान दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) की एक बड़ी चूक भी अहम कारण रही। कार्तिक की चूक के साथ ही चेन्नई (Chennai Super Kings) के दो गेंदबाजों शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) और रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने मजबूत दिख रही कोलकाता की टीम को दो-दो विकेट लेकर बड़ी चोट पहुंचाई।
इन दोनों गेंदबाजों ने ऐसे मौके पर विकेट लिए जब कोलकाता की टीम मजबूत स्थिति में पहुंचती दिख रही थी। यही कारण था कि पिछले साल प्लेऑफ मुकाबले तक भी न पहुंच पाने वाली चेन्नई की टीम आखिरकार आईपीएल का खिताबी मुकाबला जीतने में कामयाब रही।
कार्तिक ने स्टंपिंग का आसान मौका गंवाया
दरअसल कोलकाता की टीम के अहम खिलाड़ी दिनेश कार्तिक ने एक ऐसी चूक कर दी है जो उन्हें हमेशा परेशान करती रहेगी। कोलकाता के कप्तान इयोन मोर्गन (Eoin Morgan) ने गेंदबाजी में चतुर परिवर्तन करते हुए शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) को शुरुआती दौर में ही गेंदबाजी के मोर्चे पर लगाया था। मोर्गन का यह दांव कामयाब हो जाता मगर दिनेश कार्तिक ने एक बड़ी चूक कर डाली। कार्तिक ने शाकिब की गेंद पर चेन्नई के सलामी बल्लेबाज फाफ डू प्लेसिस (Faf du Plessis) को 2 रन के निजी स्कोर पर स्टंप आउट करने का एक आसान मौका गंवा दिया। इसके बाद डुप्लेसिस ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और 86 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलकर चेन्नई का स्कोर 192 रनों तक पहुंचा दिया।
सोशल मीडिया पर कार्तिक की जमकर ट्रोलिंग
कार्तिक को शानदार विकेटकीपर माना जाता रहा है और वह कोलकाता की टीम के कप्तान भी रह चुके हैं मगर फाइनल मुकाबले में उनकी यह चूक टीम के लिए काफी भारी पड़ गई। डुप्लेसिस ने आउट होने से बचने के बाद 59 गेंदों में 86 रनों की पारी खेली और उन्होंने 8 चौके और 3 छक्के जड़ डाले। पारी की आखिरी गेंद पर आउट होने से पहले डुप्लेसिस चेन्नई की टीम को 192 रनों के मजबूत स्कोर तक पहुंचा चुके थे। कार्तिक को इस चूक के लिए मैच के बाद सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोलिंग का भी शिकार होना पड़ा। लोगों का कहना था कि अगर कार्तिक ने चूक नहीं की होती तो चेन्नई की टीम इतनी मजबूत स्थिति में पहुंचने में कामयाब न हो पाती।
शार्दुल ठाकुर ने कराई मैच में वापसी
कार्तिक की चूक के साथ ही शार्दुल ठाकुर और रवींद्र जडेजा का शानदार प्रदर्शन भी सीएसके को चौथी बार खिताब जिताने में मददगार बना। कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से शुभमन गिल और वेंकटेश अय्यर ने शानदार शुरुआत की थी और उन्होंने पहले विकेट के लिए 91 रन जोड़ डाले थे। दोनों की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के कारण मैच चेन्नई की टीम के हाथ से निकलता दिख रहा था मगर तभी शार्दुल ठाकुर ने एक ही ओवर में दो विकेट लेकर मैच की तस्वीर बदलने में बड़ी भूमिका निभाई।
शार्दुल ने पहले खतरनाक दिख रहे वेंकटेश अय्यर को आउट किया और उसके बाद उसी ओवर में नीतीश राणा को शून्य पर आउट करके मैच में चेन्नई की टीम की वापसी करा दी। क्रिकेट फैंस शार्दुल ठाकुर को लॉर्ड शार्दुल कहा करते हैं और उनके इस शानदार प्रदर्शन से मजबूत दिख रही कोलकाता की टीम आगे चलकर बिल्कुल लड़खड़ा गई। शार्दुल ने मैच के दौरान कुल 3 विकेट झटके।
जडेजा का शानदार प्रदर्शन
शार्दुल ठाकुर के अलावा रवींद्र जडेजा ने भी अपने प्रदर्शन से चेन्नई की टीम को मैच में वापस लाने में बड़ी भूमिका निभाई। जडेजा ने 2 विकेट लेने के साथ ही दो शानदार कैच पकड़कर कोलकाता की टीम की कमर तोड़ दी। दिनेश कार्तिक और शाकिब अल हसन का विकेट तो उन्होंने लगातार दो गेंदों में लिया। जडेजा के शानदार प्रदर्शन से चेन्नई के खिलाड़ियों में नए उत्साह का संचार हुआ और उन्होंने कोलकाता की टीम को पूरी तरह दबाव में ला दिया।
जडेजा का यह सौवां आईपीएल मैच था और इस मैच को उन्होंने यादगार बना लिया। उन्होंने 4 ओवर में 37 रन देकर दो विकेट हासिल किए। शार्दुल और जडेजा की शानदार गेंदबाजी के कारण मजबूत दिख रही कोलकाता की टीम पूरी तरह लड़खड़ा गई और आखिरकार उसे 27 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी।
फाइनल की हार का लिया बदला
धोनी की कप्तानी में चेन्नई की टीम चौथी बार आईपीएल का खिताब जीतने में कामयाब रही है। इसके पहले चेन्नई ने 2010, 2011 और तीन साल पहले 2018 में भी आईपीएल खिताब जीता था। चेन्नई की टीम का 2012 के फाइनल मुकाबले में कोलकाता से ही सामना हुआ था मगर उस मुकाबले में चेन्नई की टीम को हार का स्वाद चखना पढ़ा था। शुक्रवार को मिली जीत के साथ चेन्नई ने 2012 में कोलकाता से फाइनल में मिली हार का बदला भी ले लिया है।
कोलकाता की टीम इससे पहले 2012 और 2014 में आईपीएल के फाइनल में पहुंच चुकी है और दोनों बार उसे जीत हासिल हुई थी मगर इस बार फाइनल में जीत का उसका रिकॉर्ड टूट गया। पहली बार फाइनल में पहुंचकर उसे हार का सामना करना पड़ा है।