Vinesh Phogat: कुश्ती महासंघ में फिर बृजभूषण के ‘दबदबे’ पर विनेश फोगाट बिफरीं, कहा-दो साल की लड़ाई का नहीं रहा कोई मतलब

Vinesh Phogat: खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ पर 2023 में लगा प्रतिबंध हटा लिया है। महासंघ का पूरा नियंत्रण अध्यक्ष संजय सिंह बबलू को सौंप दिया गया है।;

Update:2025-03-13 14:14 IST

Vinesh Phogat (Source_Social Media)

Vinesh Phogat: खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ पर 2023 में लगा प्रतिबंध हटा लिया है। महासंघ का पूरा नियंत्रण अध्यक्ष संजय सिंह बबलू को सौंप दिया गया है। संजय सिंह को महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का करीबी माना जाता है। ऐसे में महासंघ पर एक बार फिर अप्रत्यक्ष तरीके से बृजभूषण का दबदबा कायम होता दिख रहा है। खेल मंत्रालय के इस फैसले को लेकर पहलवान से नेता बनीं विनेश फोगाट ने तीखा हमला बोला है।

फोगाट ने कहा कि हमने कुश्ती को बचाने के लिए दो साल लड़ाई लड़ी मगर खेल मंत्रालय ने कुश्ती महासंघ को एक बार फिर बृजभूषण शरण जैसे शख्स के हवाले कर दिया है। फोगाट ने हरियाणा विधानसभा में कहा कि हमने दो साल तक सड़कों पर लड़ाई लड़ी मगर भाजपा सरकार ने इस खेल को फिर से उन्हीं के हाथों में सौंप दिया है। दूसरी ओर कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने इसे साजिशों के खत्म होने की शुरुआत बताया है।

महासंघ की असली कमान बृजभूषण के पास

हरियाणा के जुलाना सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने वाली फोगाट ने कहा कि हमने किसी पार्टी के चलते बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ी। हमने खिलाड़ियों की आवाज उठाने और खेल की रक्षा के लिए संघर्ष किया। हम कुश्ती के खेल को बचाने के लिए सड़कों पर उतरे थे। हरियाणा सरकार के कई मंत्रियों और विधायकों का कहना है कि उनकी सरकार ने खेल के लिए बहुत कुछ किया है। हमने पहलवानों की लड़ाई लड़ी थी मगर सरकार ने फिर खेल को बृजभूषण शरण सिंह के ही हवाले कर दिया है।

विधानसभा से निकलने के बाद भी फोगाट ने इस मुद्दे पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कुश्ती महासंघ में संजय सिंह सिर्फ डमी हैं। महासंघ की असली कमान तो अभी भी बृजभूषण शरण सिंह के पास ही है। कुश्ती महासंघ पर करीब दी साल से प्रतिबंध लगा हुआ था मगर खेल मंत्रालय ने इसे समाप्त कर दिया है। महासंघ पर 24 दिसंबर 2023 को प्रतिबंध लगाया गया था मगर अब यह प्रतिबंध खत्म कर दिया गया है।

खिलाड़ियों की आवाज उठाने उतरे थे सड़कों पर

हरियाणा विधानसभा में विनेश फोगाट की ओर से कुश्ती महासंघ के संबंध में बयान दिए जाने के बाद भाजपा की ओर से विरोध भी जताया गया। संसदीय कार्य मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि हम आपका किसी पार्टी के नेता के तौर पर सम्मान नहीं करते। आपके सम्मान की वजह यह है कि आपने कुश्ती के क्षेत्र में देश का मान बढ़ाया है मगर इसका मतलब यह नहीं है कि आप किसी के बारे में कुछ भी बात कह डालें।

भाजपा के मंत्री की ओर से यह बात कहे जाने पर विनेश फोगाट ने इसका प्रतिवाद भी किया। उन्होंने कहा कि हमने खिलाड़ियों की आवाज उठाने की कोशिश की और हमारा प्रयास था कि खेल की रक्षा की जाए। अब खेल को एक बार फिर उन्हीं के हाथों में सौंप दिया गया है जिनसे इस खेल को बड़ा खतरा है। उन्होंने हरियाणा सरकार से कुश्ती के विकास के लिए कदम उठाने की भी अपील थी।

बृजभूषण के करीबी माने जाते हैं संजय सिंह

खेल मंत्रालय की ओर से 24 दिसंबर 2023 को भारतीय कुश्ती महासंघ पर प्रतिबंध लगाया गया था। उसके बाद महासंघ का चुनाव भी हुआ था मगर इस चुनाव के दौरान बृजभूषण शरण सिंह पर रोक लगा दी गई थी। इसके साथ ही यह भी कहा गया था कि बृजभूषण और उनके करीबी चुनाव से दूर रहेंगे। बृजभूषण और उनका परिवार तो चुनाव से दूर रहा मगर उनके करीबी संजय सिंह बबलू महासंघ के अध्यक्ष चुन लिया गए।

विनेश फोगाट के साथ ही बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक आदि ने भी बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए दिल्ली में धरना दिया था। इस मामले में पूर्व सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी और ट्रायल चल रहा है। बृजभूषण अपने खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते रहे हैं। अब खेल मंत्रालय की ओर से कुश्ती महासंघ से प्रतिबंध हटने से फोगाट और उनके साथ ही एक बार फिर भड़क गए हैं।

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