Dumka Murder Case: दुमका कांड के आरोपियों की पैरवी नहीं करेंगे वकील, हफ्ते भर में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी

Dumka Murder Case: झारखंड ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी इस घटना को लेकर जबर्दस्त नाराजगी दिख रही है। इस मामले को लेकर की जा रही कार्रवाई पर झारखंड हाईकोर्ट की भी नजर है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2022-09-02 06:04 GMT

अंकिता हत्याकांड (photo: social media ) 

Dumka Murder Case: झारखंड के दुमका में 12वीं की छात्रा अंकिता के साथ हुई दरिंदगी के मामले में दुमका के वकीलों ने बड़ा फैसला लिया है। दुमका जिले का कोई भी वकील अंकिता हत्याकांड के दोनों आरोपियों शाहरुख और नईम का केस नहीं लड़ेगा। जिला बार एसोसिएशन की बैठक में है यह बड़ा फैसला लिया गया है। बैठक में अंकिता हत्याकांड की तीखी निंदा करते हुए इसे मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताया गया।

इस बीच एसआईटी ने भी इस हत्याकांड के आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए तेजी से साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं। जानकार सूत्रों का कहना है कि एसआईटी की ओर से इस मामले में एक हफ्ते के भीतर चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी है। झारखंड ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी इस घटना को लेकर जबर्दस्त नाराजगी दिख रही है। इस मामले को लेकर की जा रही कार्रवाई पर झारखंड हाईकोर्ट की भी नजर है।

दुमका के वकीलों ने लिया बड़ा फैसला

दुमका के दिल दहलाने वाले अंकिता हत्याकांड पर चर्चा के लिए दुमका बार एसोसिएशन की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में नाबालिग छात्रा अंकिता को जलाकर मार डालने की घटना की तीखी निंदा की गई। बार एसोसिएशन के महासचिव राकेश कुमार के मुताबिक बैठक में फैसला लिया गया कि दुमका का कोई भी वकील इस हत्याकांड के दोनों आरोपियों शाहरुख और नईम का केस नहीं लड़ेगा। सभी वकीलों ने एकजुट होकर फैसला किया है कि वे दोनों आरोपियों की पैरवी नहीं करेंगे।

बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि दुमका की बेटी को श्रद्धांजलि देने के लिए 3 सितंबर को बड़ी शोकसभा का आयोजन किया जाएगा। बार एसोसिएशन के महासचिव ने कहा कि दिल दहलाने वाली इस घटना से हम सभी दुखी हैं। इसी कारण हमने इस घटना के आरोपियों का केस न लड़ने का फैसला किया है।

एक हफ्ते में दाखिल होगी चार्जशीट

इस घटना को लेकर दुमका ही नहीं बल्कि पूरे झारखंड में जबर्दस्त नाराजगी दिख रही है। अंकिता के दम तोड़ने के बाद लोग सड़कों पर उतर आए थे और उन्होंने विरोध प्रदर्शन करके अपनी आवाज बुलंद की थी। इस घटना को लेकर दुमका में तनाव का माहौल भी दिख रहा है। झारखंड सरकार ने अंकिता के परिजनों को दस लाख का मुआवजा देने की घोषणा की है।

उधर एसआईटी इस मामले की तेजी से जांच पड़ताल में जुट गई है। एसआईटी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हत्याकांड से जुड़े साक्ष्यों को तेजी से जुटाया जा रहा है। एसआईटी की टीम एक सप्ताह में जांच का काम पूरा करके चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में जुटी हुई है।

पुलिस ने अंकिता हत्याकांड के दोनों आरोपियों शाहरुख और नईम उर्फ छोटू को 72 घंटे के रिमांड पर लिया है। पुलिस लगातार दोनों आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी हुई है। छात्रा के घर से जब्त किए गए नमूनों की फॉरेंसिक जांच की भी तैयारी है। इसके लिए अदालत से अनुमति मिल चुकी है।

सीसीटीवी फुटेज भी बनेगा साक्ष्य

अंकिता को जलाने के लिए शहर के ही एक पेट्रोल पंप से 22 अगस्त को पेट्रोल खरीदा गया था। पुलिस ने पेट्रोल खरीदने का सीसीटीवी फुटेज भी हासिल कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज को साक्ष्य के रूप में अदालत में दाखिल किया जाएगा। इस मामले में जल्द सजा सुनाने के लिए स्पेशल कोर्ट का गठन किया गया है और माना जा रहा है कि एसआईटी की ओर से चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद इस मामले में एक महीने के भीतर सजा सुनाई जा सकती है। इस घटना को लेकर लोगों में भारी नाराजगी है और वे जल्द से जल्द दोनों आरोपियों को सजा सुनाए जाने की मांग कर रहे हैं।

Tags:    

Similar News