Jharkhand: झारखंड में शुरू हुआ 'गेस्ट हाउस पॉलिटिक्स', विधायकों को लेकर खूंटी पहुंचे CM हेमंत सोरेन
झारखंड में सियासी हलचल तेज है। सत्ताधारी UPA को लगता है कि BJP इस अस्थिरता का फायदा उठाकर उसके MLA's में सेंध लगा सकती है।लिहाजा, विधायकों को सुरक्षित जगह पहुंचाने की कवायद तेज है।
Jharkhand Political Crisis : अन्य राज्यों की तरह अब झारखंड में भी विधायकों के 'बाड़े बंदी' का खेल शुरू हो गया है। चुनाव आयोग (Election Commission) की अनुशंसा पर राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) की विधायकी रद्द कर दी है। ऐसे में किसी भी समय चुनाव आयोग उनके विधायकी रद्द होने का नोटिफिकेशन जारी कर सकता है।
इस कारण राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। सत्ताधारी यूपीए को लगता है कि विपक्षी बीजेपी इस अस्थिरता का फायदा उठाकर उसके विधायकों में सेंध लगा सकती है। लिहाजा, विधायकों को सुरक्षित जगह पहुंचाने की कवायद तेज कर दी है।
36 विधायकों के साथ सीएम सोरेन रवाना
झारखंड सीएम हाउस से शनिवार को तीन लग्जरी बसों में विधायक रवाना हुए। जानकारी के मुताबिक, बस में जेएमएम (JMM) और कांग्रेस (Congress) के 36 विधायक सवार थे। खुद सीएम हेमंत सोरेन भी विधायकों के साथ बस में गए। उन्होंने विधायकों के साथ सेल्फी भी ली। सभी विधायकों को खूंटी के लतरातू डैम स्थित गेस्ट हाउस में रखा गया है। सत्ताधारी गठबंधन के अन्य विधायक भी अपने निजी वाहन से वहां पहुंच चुके हैं। गेस्ट हाउस के बाहर सुरक्षा के तगड़े प्रबंध किए गए हैं। बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।
विधायकों के लिए मटन, मछली और चावल की व्यवस्था
जिले के तमाम वरीय अधिकारी वहां पहुंच चुके हैं। गेस्ट हाउस में कुर्सियां और गद्दे मंगवाए गए हैं। इसके अलावा विधायकों के भोजन के लिए मटन, मछली और चावल की व्यवस्था की गई है। शाकाहारी लोगों के लिए अलग इंतजाम किया गया है। विधायकों ने कहा कि हम पिकनिक मनाने जा रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का कहना है कि विधायक यहीं से वापस रांची लौट जाएंगे।
छत्तीसगढ़ जा सकते हैं विधायक
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार सुबह तक यूपीए गठबंधन के अधिकतर विधायकों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर शिफ्ट कर दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है। जानकारी के मुताबिक, रायपुर के मेफेयर होटल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। झारखंड की पहली महिला राज्यसभा सांसद के तौर पर चुनी गई महुआ माजी (MP Mahua Maji) ने कहा कि 'ऑपरेशन लोटस' (Operation Lotus) चलता रहता है। महाराष्ट्र में हुआ, दिल्ली में कोशिश हुई, बिहार में भी कोशिश की गई। इसलिए सावधानी बरतते हुए सब इकट्ठे हैं।'
निशिकांत दुबे का दावा- 11 MLA अब भी पहुंच से बाहर
वहीं गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (BJP MP Nishikant Dubey) ने बड़ा दावा करते हुए कहा ,कि 'खूंटी के लिए रवाना हुए बसों में केवल 33 विधायक जा रहे हैं। 10 से 11 विधायक अभी भी इनके संपर्क से बाहर हैं।'
सोरेन को कितने विधायकों का समर्थन?
बता दें कि, 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 30 विधायकों के साथ जेएमएम सबसे बड़ी पार्टी है। जेएमएम को कांग्रेस (18), राजद (1), माले (1) और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन हासिल है। इस हिसाब से इनके पास बहुमत से 9 अधिक विधायकों का समर्थन है। वहीं विपक्ष में बीजेपी 26 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। इसके अलावा विपक्ष में दो आजसू, एक एनसीपी और एक निर्दलीय विधायक हैं।