पीएम मोदी के खिलाफ ट्वीट पर घिरे सोरेन, भाजपा नेताओं का सीएम पर बड़ा हमला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ट्वीट करके झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए हैं।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Dharmendra Singh
Update:2021-05-07 18:29 IST

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (फाइल फोटो: सोशल मीडिया) 

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ट्वीट करके झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन और भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्रियों ने झारखंड के मुख्यमंत्री को घेरते हुए पीएम मोदी के खिलाफ उनके ट्वीट को ओछी हरकत बताया है। भाजपा नेताओं ने कहा है कि देश में कोरोना संकट के इस दौर में मुख्यमंत्री सोरेन को इस संकट से लड़ना चाहिए, न का प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी करके सियासत करनी चाहिए। भाजपा नेताओं ने सोरेन को पद की गरिमा को बनाए रखने की भी सलाह दी है।

दरअसल देश के विभिन्न राज्यों में व्याप्त कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बातचीत की थी। इस बातचीत के दौरान उन्होंने संबंधित राज्य के बारे में मुख्यमंत्री से पूरी जानकारी ली थी। इस बातचीत के बाद गुरुवार रात झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री की बातचीत पर तंज कसा था। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने फोन किया मगर उन्होंने सिर्फ अपने मन की ही बात की। बेहतर होता यदि वह काम की बात करते और काम की बात सुनते।


कोरोना से लड़ें, पीएम मोदी से नहीं

झारखंड के मुख्यमंत्री के इस ट्वीट के बाद सियासी घमासान मच गया है। भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने इस ट्वीट को लेकर सोरेन पर जबर्दस्त हमला बोला है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि मुख्यमंत्री को कोरोना से लड़ाई पर अपना ध्यान लगाना चाहिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं। उन्होंने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री सोरेन अपने पद की गरिमा को भूल गए हैं। कोरोना से पैदा हुई स्थिति को लेकर देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई बयान देते समय उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए की सामूहिक प्रयासों से ही इस महामारी से लड़ा जा सकता है। अपनी नाकामी छिपाने के लिए प्रधानमंत्री पर अपने मन की भड़ास निकालना निंदनीय है।


गरीबों के लिए खोलें खजाना

उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना के इस संकटकाल में जहां केंद्र सरकार ने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए अपने खजाने खोल दिए हैं, वहीं झारखंड सरकार ने खजाने का मुंह बंद कर रखा है। हेमंत सोरेन चाहते हैं कि हर काम केंद्र सरकार ही करे। उन्हें कोरोना से लड़ना चाहिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नहीं।

नागालैंड के सीएम का भी हमला

नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफी रियो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि मेरे कई वर्ष के कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नागालैंड के प्रति हमेशा संवेदनशील रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं हेमंत सोरेन के बयान से कतई सहमत नहीं हूं और उसे पूरी तरह खारिज करता हूं।


पद की गरिमा बनाए रखने की सलाह

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने भी बयान के बाद हेमंत सोरेन पर हमला बोला है। उन्होंने हेमंत सोरेन को संवैधानिक पद की गरिमा बनाए रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अपने पद की गरिमा को इस निम्न स्तर तक न ले जाएं। रिजिजू ने कहा कि यह महामारी का कठिन समय है और इस समय किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए। हमें एक टीम इंडिया की भावना से काम करना चाहिए।
मिजोरम के मुख्यमंत्री जोराम थांगा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि हम काफी खुशनसीब हैं कि हमें मोदी जैसा जिम्मेदार प्रधानमंत्री मिला है। मेरे पास जब भी उनका फोन आता है तो मैं काफी अच्छा महसूस करता हूं।


संकटकाल में सियासत न करें सोरेन

असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी सोरेन के ट्वीट को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि सोरेन ने इस मामले पर सिर्फ राजनीति करने में जुटे हुए हैं। सोनोवाल ने कहा कि पीएम मोदी का हर प्रयास केवल जनता और राष्ट्र के लिए होता है मगर सोरेन राजनीति करने में लगे हुए हैं।


असम सरकार के वरिष्ठ मंत्री और भाजपा के नेता हेमंत बिस्वा सरमा ने भी हेमंत सोरेन की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि सोरेन का यह ट्वीट न्यूनतम मर्यादा के खिलाफ है। इसके साथ ही उन्होंने अपने राज्य की जनता की पीड़ा का भी मजाक उड़ाया है। प्रधानमंत्री ने झारखंड की जनता का हाल पूछने के लिए ही सोरेन को फोन किया था मगर सोरेन ने बहुत ओछी हरकत की है। उन्होंने मुख्यमंत्री पद की गरिमा भी गिराई है।


शिवसेना नेता ने किया समर्थन

दूसरी ओर शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर नाराजगी जताना गलत है। उन्होंने कहा कि यह बताने में कुछ भी गलत नहीं है कि महामारी पर विनम्र बातचीत करने का समय पूरी तरह खत्म हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वैक्सीन और दवाओं के बारे में निर्णायक कदम उठाना चाहिए और हमें उम्मीद है कि वे इस संबंध में भी चर्चा करेंगे।



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