Jharkhand: IT डिपार्टमेंट एक्शन में, 2 करोड़ से अधिक कैश बरामद, 100 Cr. के लेनदेन का पता चला
Jharkhand IT Raid : झारखंड में 4 नवंबर को शुरू की गई कार्रवाई में दो नेता और उनके सहयोगियों के नाम भी सामने आए हैं। तलाशी में कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले हैं।
Jharkhand Income Tax Raid : झारखंड में आयकर विभाग (Income Tax Department) की ओर से ताबड़तोड़ छापेमारी हुई। आईटी विभाग ने मंगलवार (08 नवंबर) को बताया कि, हाल ही में राज्य में कोयला व्यापार (Coal Trade), परिवहन (Transportation), लौह खनन (Iron Mines in Jharkhand) इत्यादि से जुड़े कई व्यापारिक समूहों पर रेड डाला गया था। उस छापेमारी में करीब 100 करोड़ रुपए से अधिक के बेहिसाब लेन-देन तथा निवेश की जानकारी मिली थी। आज का आईटी रेड पिछली कार्रवाई की ही कड़ी थी। अधिकारियों ने ये भी बताया कि, पिछली कार्रवाई में दो नेता और उनके सहयोगी के नाम सामने आये थे।
100 करोड़ से अधिक के लेनदेन का पता चला
आयकर विभाग ने बताया कि, तलाशी के दौरान 2 करोड़ रुपए से अधिक की अघोषित नकदी जब्त हुई है। साथ ही, 16 बैंक लॉकरों पर भी रोक लगाई गई है। आईटी डिपार्टमेंट के अनुसार, अब तक की तलाशी में 100 करोड़ रुपए से अधिक के लेनदेन और निवेश का पता चला है। विभाग की टीम ने झारखंड की राजधानी रांची, दुमका, गोड्डा, बेरमो, जमशेदपुर, पटना, चाईबासा, गुरुग्राम व कोलकाता में स्थित 50 से अधिक परिसरों में तलाशी ली है।
छापेमारी में आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद
आयकर विभाग की छापेमारी में कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुआ हैं। इसके अलावा, कुछ डिजिटल साक्ष्य भी मिले हैं। आईटी के अधिकारियों ने उसे जब्त कर लिया। मिले सबूतों की शुरुआती जांच में ये संकेत मिले हैं कि, व्यावसायिक समूहों ने टैक्स चोरी के विभिन्न तरीकों को अपनाया। इसी तरह, नकदी में ऋण का लेनदेन, नकदी में भुगतान तथा उत्पादन में कमी का सहारा भी लिया। आयकर विभाग ने कहा, जांच के दौरान अचल संपत्तियों में किए गए निवेश के स्रोत का भी संतोषजनक जवाब और स्पष्टीकरण सामने नहीं आया। ये भी सामने आया कि, ठेका लेने वाला एक समूह अपने खातों को नियमित ढंग से अपडेट नहीं कर रहा था। यह ग्रुप साल के आखिर में एकमुश्त कच्चे माल, उप-अनुबंध व्यय आदि की खरीद के गैर-वास्तविक लेनदेन से अपने खर्चे बढ़ा रहा था।
बहुत गड़बड़झाला
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से बताया गया कि, लौह अयस्क और कोयला व्यापार में लगे अन्य समूह मामले में भारी मूल्य के लौह अयस्क का बेहिसाब स्टॉक मिला है। दरअसल, उक्त समूह ने मुखौटा कंपनियों के जरिये अपने बेहिसाब धन को असुरक्षित ऋण व शेयर पूंजी के रूप में पेश किया था। इस ग्रुप से जुड़े प्रोफेशनल्स ने स्वीकारा कि, उन्होंने किसी भी सहायक दस्तावेज का वेरिफिकेशन नहीं किया था। कंपनी के अकाउंटेंट ने तैयार ऑडिट रिपोर्ट पर हस्ताक्षर कर दिए थे। आईटी डिपार्टमेंट अभी मामले की जांच कर रहा है।