झारखंड में भूख और बीमारी ने ली वृद्धा की जान, क्रिकेट मैच खेलने में व्यस्त रहे CM
दुगिय उराइन की मौत के बाद परिवार में कोई आय का ज़रिया नहीं बचा है। दुगिया उराइन आसपास के खेतों और बिहार के ईंट भट्ठों में काम कर ग़ुज़ारा करती थी। हालांकि, तबीयत बिगड़ने के बाद कामकाज भी छूट गया।
रांची: राजधानी रांची के मांडर थाना क्षेत्र के मस्मानो गांव की 63 वर्षीय दुगिया उराइन की कथित तौर पर भूख से मौत हो गई है। राशन कार्ड और वृद्धावस्था पेंशन से वंचित दुगिया लंबे समय से बीमार थी। उनके ऊपर ही 22 वर्षीय बेटी और बहन को संभालने का ज़िम्मा था। हालांकि, उनकी मौत के बाद बहन और बेटी टूट गई हैं। बहन सालगी उराइन बीमारी से जूझ रही हैं।
सोशल मीडिया के माध्यम से जब मामला सामने आया तो मुखिया फूलमणि मिंज 10 किलो चावल लेकर पीड़िता के घर पहुंची। भ्रष्ट सिस्टम के सरकारी बाबूओं को जानकारी मिली तो मीडिया से मुंह छिपाने लगे। मृतका को दफनाने और बेटी को इलाज के लिए मांडर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराकर अपनी ज़िम्मेदारी से बाहर आ गए।
परिवार में कोई कमाने वाला नहीं
दुगिय उराइन की मौत के बाद परिवार में कोई आय का ज़रिया नहीं बचा है। दुगिया उराइन आसपास के खेतों और बिहार के ईंट भट्ठों में काम कर ग़ुज़ारा करती थी। हालांकि, तबीयत बिगड़ने के बाद कामकाज भी छूट गया। लिहाज़ा, घर चलाना मुश्किल हो गया। बेटी की तबीयत भी खराब रहती थी। ऐसे में उसे छोड़कर काम के लिए दूर जाना भी मुश्किल हो गया। आधार कार्ड, पेंशन कार्ड और वृद्धावस्था पेंशन नहीं होने की वजह से सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल सका। ऐसे में परिवार के सामने भूखे रहने के अलावा कोई चारा नहीं बचा। स्थानीय अधिकारियों ने भी पीड़ित परिवार की कोई सुध नहीं ली।
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सरकार पर भाजपा के आरोप
कथित तौर पर भूख से मौत का मामला सामने आने के बाद भाजपा नेताओं का प्रतिनिधिमंडल मस्मानो गांव पहुंचा। प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष आरती कुजूर और पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। गंगोत्री कुजूर ने कहा कि, सरकार की उदासीनता के कारण ही दुगिया उराइन की मौत हुई है। पीड़ित परिवार के पास सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे इसका सुध लेने वाला कोई नहीं है। हालांकि, साल 2019 से पहले तक गंगोत्री कुजूर इस क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करती थी। ऐसे में सवाल उनसे भी पूछा जाना चाहिए।
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भूख से मौत और क्रिकेट मैच
आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यकाल में आदिवासी महिला की मौत का मामला राजनीतिक मुद्दा बन गया है। यही वजह है कि भाजपा ने अपनी जांच टीम मस्मानो गांव भेजी और सरकार को घेरने की कोशिश की। इस बीच मुख्यमंत्री के अलावा मंत्री और पक्ष-विपक्ष के विधायक क्रिकेट मैच खेलने में मशग़ूल हैं। 18 मार्च को रांची के जेएससीए स्टेडियम में पूरे तामझाम के साथ मुख्यमंत्री एकादश बनाम विधानसभा अध्यक्ष एकादश के बीच मुकाबला हुआ। इस मैच में विधानसभा अध्यक्ष एकादश की टीम विजयी रही।
रिपोर्ट: शाहनवाज
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