Violence: रांची की हिंसा का यूपी कनेक्शन, सहारनपुर से भेजे गए 100 लोग, भड़काई हर जगह हिंसा
Ranchi Hinsa : नूपुर शर्मा द्वारा आपत्तिजनक बयान दिए जाने को लेकर बीते दिनों रांची में प्रदर्शन और हिंसा होगी। अब इस हिंसा का तार उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद से जुड़ा सामने आ रहा है।
Ranchi Violence : भाजपा की पूर्व नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के बयान को मुद्दा बनाकर देश भर में तमाम स्थानों पर सुनियोजित तरीके हिंसा और प्रदर्शन हुए। एक साथ एक ही समय पर सब जगह हिंसात्मक प्रदर्शनों से एक सवाल उठने लगा है कि इसके पीछे पीएफआई या उससे जुड़े संगठनों का हाथ तो नहीं है। कई जगह अभी तक हिंसक झड़पें जारी हैं। झारखंड की राजधानी रांची में हुई हिंसा को लेकर अब कुछ बड़े खुलासे होने लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक अगर रांची पुलिस तैयार नहीं होती तो हिंसा और भी खतरनाक रूप ले सकती थी।
मीडिया रिपोर्ट में इस हिंसा को लेकर जो खुलासे हुए हैं, वो हैरान कर देने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि इस हिंसा को भड़काने के लिए फंडिंग उत्तर प्रदेश से की गई थी। यहां तक कि यूपी के सहारनपुर से 100 से ज्यादा युवकों को हिंसा को और तेज करने के लिए देश के कई स्थानों पर भेजा गया था। करीब एक दर्जन युवक एक सप्ताह पहले रांची गए थे और खतरनाक साजिश रचने में जुट गए थे।
कब और कैसे बनी हिंसा भड़काने की योजना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 4 जून से हिंसा भड़काने की योजना पर काम शुरू किया गया। इस योजना को सफल बनाने के लिए यूपी के सहारनपुर से 12 लोगों की टीम 4 और 7 जून को रांची पहुंची थी। ये लोग मेन रोड स्थित होटल में रुके थे। यहां से फिर से तीन टीमें बनाई गईं। एक टीम खूंटी पर भी गई थी। उन्होंने इलाही नगर, हिंदपीढ़ी और गुड्डी में सभा कर युवाओं को जुलूस निकलने और हिंसक प्रदर्शन करने के लिए उकसाया था। युवकों को समुदाय का नाम देकर पुलिस पर पथराव करने को कहा। सभी ने योजनाबद्ध तरीके से पत्थरों को इकट्ठा किया। आग लगाने के लिए पेट्रोल भी साथ में रखा था।
युवाओं को भड़काया गया
ऐसा कहा जा रहा है कि सहारनपुर से आई टीम लोगों को तैयार करने के लिए मुस्लिम मोहल्लों से संपर्क करने में लग गई। हालांकि इस दौरान कुछ लोगों ने आपत्ति भी जताई, लेकिन खतरनाक साजिश का विचार लेकर आए बदमाश नहीं माने। उन्होंने 16-24 साल की उम्र के युवाओं को भड़काना शुरू कर दिया। सभी को समुदाय का नाम देकर प्रदर्शन में भाग लेने के लिए कहा गया। इसके बाद सैकड़ों युवक इनके जाल में फंस कर हिंसा करने को तैयार हो गए।
धर्म का हवाला देकर युवाओं को भड़काया
सहारनपुर के लोगों ने रांची के युवाओं से कहा कि यूपी में हमारे धर्म को निशाना बनाया जा रहा है, हमें अपनी ताकत दिखानी होगी। नमाज के बाद देशभर में प्रदर्शन होंगे। यहां भी हमें पूरी ताकत से विरोध करना है। सभी मस्जिदों से जुलूस निकाले जाने चाहिए। इसके बाद कई युवा तैयार हो गए।
सोशल मीडिया को बनाया गया है हिंसा का हथियार
बदमाशों की टीम ने सोशल मीडिया पर संदेश फैलाया कि जुमे की नमाज के बाद डोरंडा रिसालदार बाबा मैदान, राजेंद्र चौक, रतन टॉकीज और छोटा तालाब के पास जमा हो जाएं। नूपुर शर्मा का पुतला दहन किया जाना है। काला बिल्ला पहनकर आएं। इसके बाद झांसे में युवक वहां जमा हो गए और जमकर पथराव किया।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को रांची में हुई हिंसा की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। सीएम ने मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। रांची में शुक्रवार को हुई हिंसा में दो लोगों की जान चली गई है और कम से कम दो दर्जन लोग घायल हो गए हैं।