Sammed Shikhar: सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने पर रोक, केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, कमेटी के गठन का निर्देश

Sammed Shikhar: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की जैन समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ हुई बातचीत के बाद यह फैसला किया गया है।

Report :  Anshuman Tiwari
Update: 2023-01-05 13:50 GMT

Sammed Shikhar (Social Media)

Sammed Shikhar: केंद्र सरकार ने जैन समुदाय के आस्था के केंद्र सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने के फैसले पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की जैन समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ हुई बातचीत के बाद यह फैसला किया गया है। सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने के झारखंड सरकार के फैसले के खिलाफ पिछले कई दिनों से देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। फैसले के विरोध में अनशन पर बैठे एक जिन संत का पिछले दिनों जयपुर में निधन भी हो गया था।

सम्मेद शिखर पर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से कमेटी का गठन करने की बात भी कही गई है। केंद्र सरकार की ओर से कमेटी के गठन का ऐलान करते हुए राज्य सरकार को निर्देश दिया गया है कि कमेटी में जैन समुदाय के दो सदस्यों और स्थानीय जनजातीय समुदाय के एक सदस्य को शामिल किया जाए।

पूरे देश में हो रहा था व्यापक विरोध

सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने के फैसले पर पूरे देश के जैन समाज में गुस्सा भड़क गया था। जैन समाज के लोग पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करके फैसले को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए थे। दिल्ली, जयपुर, भोपाल और देश के विभिन्न हिस्सों में जैन समुदाय के लोग झारखंड सरकार के फैसले का व्यापक विरोध कर रहे थे।

जैन समुदाय की नाराजगी को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से मामले में दखल दिया गया है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ जैन समुदाय के प्रतिनिधियों की बातचीत में सरकार ने भरोसा दिया कि मोदी सरकार सम्मेद शिखर की पवित्रता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

कमेटी में होंगे जैन समुदाय के दो लोग

पर्यावरण मंत्रालय को जैन समाज की ओर से कई आवेदन भेजे गए थे जिनमें सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाए जाने का विरोध किया गया था। इन आवेदनों में जैन समाज का कहना था कि सम्मेद शिखर पर्यटन संबंधी गतिविधियों के कारण जैन समुदाय के लोगों की भावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

जैन समुदाय की भावनाओं को देखते हुए अब केंद्र सरकार की ओर से इस मामले में दखल देते हुए सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने के फैसले पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।

तीन सदस्यीय कमेटी सम्मेद शिखर के संबंध में आगे के फैसले लेने में मददगार बनेगी। इस कमेटी में जैन समुदाय से जुड़े हुए दो प्रतिनिधि भी शामिल होंगे जबकि एक प्रतिनिधि स्थानीय जनजातीय समुदाय का होगा।

मांस और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध

केंद्र सरकार की ओर से पारसनाथ क्षेत्र में मांस, शराब और ड्रग्स इत्यादि की बिक्री पर भी पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके साथ ही तेज म्यूजिक, लाउडस्पीकर और प्राकृतिक शांति में खलल डालने वाली सभी हरकतों पर भी रोक रहेगी।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से सम्मेद शिखर तीर्थ क्षेत्र की पवित्रता को बनाए रखने और इस पवित्र स्थल के संबंध में उचित निर्णय लेने का अनुरोध किया था। अब केंद्र सरकार ने इस बाबत बड़ा फैसला लेते हुए जन समुदाय की मांग पूरी कर दी है।

जैन समाज ने जताया आभार

केंद्र सरकार के फैसले के बाद जैन समाज की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया गया है। जैन समाज की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि समाज के पवित्र तीर्थ स्थल श्री सम्मेद शिखर से जुड़ी सभी भ्रांतियों का सुखद निराकरण हो गया है। केंद्र सरकार की ओर से हमारी मांगे पूरी तरह मान ली गई हैं। ऐसे में अब किसी भी प्रकार के विरोध प्रदर्शन या आंदोलन की जरूरत नहीं है। 

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