नई दिल्ली: लाल किले में पुरातत्व विभाग को सफाई के दौरान भारी संख्या में कारतूस और विस्फोटक मिले हैं। इस मामले की जानकारी मिलते ही एनएसजी, भारतीय सेना, दमकल विभाग और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंच गया है।
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पुरातत्व विभाग को लाल किले की सफाई के दौरान राइफल के कारतूसों का जखीरा और विस्फोटक मिला था। शुरुआती जांच के बाद पुलिस का कहना है कि बरामद कारतूस और विस्फोटक बेकार हो चुके हैं।
..कहीं ये उस वक़्त के कारतूस तो नहीं
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कारतूस और विस्फोटकों को ऐसी जगह पर रखा गया था, जहां कोई आता-जाता नहीं है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी ने जान-बूझकर उन्हें यहां छुपा रखा हो। माना तो ये भी जा रहा है कि जिस समय भारतीय सेना यहां रहती थी हो सकता है कि उसी समय ये कारतूस और विस्फोटक यहां छूटे होंगे।
आखिर कैसे हुई इतनी बड़ी चूक?
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया था। इस दौरान भी सुरक्षा एजेंसियों ने चप्पे-चप्पे की तलाशी ली थी। सवाल ये उठता है फिर इतनी बड़ी मात्रा में ये विस्फोटक यहां आए कैसे? भले ही सुरक्षा एजेंसियां सुरक्षा के तमाम दावे कर रही हो लेकिन सवाल ये उठता है कि सुरक्षा एजेंसियों से इतनी बड़ी चूक आखिर हुई कैसे?