AMU-इलाहाबाद विवि के VC's के खिलाफ जांच संभव, HRD ने प्रणब से मांगी मंजूरी

Update: 2016-10-04 00:45 GMT

नई दिल्लीः अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के वाइस चांसलर जमीरुद्दीन शाह और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर आरएल हंगलू के खिलाफ जांच बिठाई जा सकती है। एचआरडी मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस बारे में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मंजूरी मांगी है। इनमें से हंगलू को पूर्व एचआरडी मंत्री स्मृति ईरानी ने नियुक्त किया था।

क्या हैं दोनों पर आरोप?

हंगलू के खिलाफ ओएसडी और स्पोर्ट्स ट्रेनर पदों पर नियुक्ति करने का आरोप है। इसके अलावा वित्तीय अनियमितता का भी मामला है। उन्होंने निजी सुरक्षा पर 10 लाख और आवास में रिपेयर पर 70 लाख रुपए खर्च किए। वहीं, जमीरुद्दीन पर एंट्रेंस टेस्ट में गड़बड़ी, कैंपस में खराब माहौल, प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के पदों पर सहायक प्रोफेसर नियुक्त करने और निजी ट्रस्ट को छात्रों से मिला फंड ट्रांसफर करने समेत कई आरोप लगे हैं।

कब से हैं वीसी?

जमीरुद्दीन शाह को पूर्व की यूपीए सरकार ने मई 2012 में नियुक्त किया था। वह एएमयू के माइनॉरिटी स्टेटस को खत्म करने के केंद्र के फैसले का विरोध करते रहे हैं। वहीं, हंगलू को वीसी का पद संभाले एक साल से भी कम हुआ है। बीते दिनों उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कामकाज में राजनीतिक हस्तक्षेप का आरोप लगाया था। हंगलू ने जांच बिठाए जाने की खबरों को गलत बताया है। वहीं, शाह ने कहा है कि जांच का वह स्वागत करते हैं।

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