ललितपुर: यूपी के ललितपुर में दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। यहां एक शख्स ने भूख के चलते दम तोड़ दिया। उसके जेब से सूखी रोटियां मिलीं। मरने वाले शख्स का नाम सुखलाल था। बताया जाता है कि उसे कई दिनों से सरकारी राशन नहीं मिला था।
जेब से मिली सूखी रोटियां
-सुखलाल के घर में मां, पत्नी, तीन बेटियां और दो बेटे हैं।
-सबसे दर्दनाक बात ये है कि उसकी जेब से सूखी रोटियां निकली।
-यह ये साबित करने के लिए काफी है कि वह किस कदर गरीबी से जूझ रहा था।
-गांववाले ही सुखलाल की मदद किया करते थे।
-हालांकि अनाज न होने से गांववालों की भी हालत खराब है।
लावारिस मिला था शव
-सुखलाल का शव लावारिस हालत में सड़क किनारे पड़ा मिला था।
-घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
-उसकी शिनाख्त थाना बानपुर के गांव गुगरवारा निवासी सुखराम के रूप में की गई थी।
प्रशासन ने भूख से मौत को बताया बे-बुनियाद
-परिजनों के अनुसार सुखराम किसान था और उसके पास करीब दो एकड़ कृषि भूमि है।
-जिस पर खेती करके वह अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण किया करता था।
-लेकिन सूखे के कारण खेती चौपट होने से किसान का पूरा परिवार सड़क पर आ गया।
-परिवार में खाने के लाले पड़ गए।
-वहीं जब इस संबध में प्रशासन से बातचीत की गई तो उपजिलाधिकारी सदर ने किसान की भूख के चलते हुई मौत को बे-बुनियाद बताया है।
अंत्योदय से कट गया था नाम
-सुखलाल की पत्नी तेजा ने बताया कि करीब 3 महीने पहले अंत्योदय की लिस्ट से उनका नाम कट गया था।
-लेकिन डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सुखलाल को कार्ड पर 24 किलो गेहूं, 10 किलो चावल और 2 किलो चीनी मिल रही थी।
भूख से मौत का ये दूसरा मामला
-बता दें कि बुंदलेखंड क्षेत्र में भूख से मौत का ये दूसरा मामला है।
-इसके पहले बांदा जिले में नत्थू (40साल) नामक शख्स की भूख से मौत हो चुकी है।
-नत्थू के घर में कई दिनों से चूल्हा नहीं जला था। वह भी कई दिनों से भूखा था।
-मौत पर बवाल होने के बाद विपक्षी दलों ने यूपी सरकार पर निशाना साधा था।
-बीजेपी के राज्य प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने इसे अखिलेश सरकार की नाकामयाबी बताया था।
-इस पर, सीएम अखिलेश यादव ने नत्थू के परिवार को 5 लाख का मुआवजा दिया था।