BCCI की दलील पर CJI बोले- अनुराग गंभीर क्रिकेटर, तो मैं भी SC की टीम का कप्तान

Update:2016-10-06 17:15 IST

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में सुधारों के लिए दिए गए लोढ़ा समिति के सुझावों के मसले पर गुरुवार को सुनवाई पूरी कर ली। अदालत शुक्रवार को फैसला सुनाएगी। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा, बीसीसीआई जो पैसा कमाती है वो जनता का पैसा है। इसलिए उसके कामकाज में पारदर्शिता जरूरी है।

कोर्ट ने दी हिदायत

अदालत ने बीसीसीआई को हलफनामा देने के लिए कहा है कि वो लोढ़ा समिति की सभी सिफारिशों को मानेगी। हालांकि बीसीसीआई ने अदालत से इसके लिए और समय मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य क्रिकेट संघों को भी हिदायत देते हुए कहा कि उन्हें बीसीसीआई से आर्थिक मदद लेने के लिए लोढ़ा समिति के सुझाव मानने होंगे। अदालत ने कहा कि राज्य क्रिकेट संघ ये नहीं कह सकते कि हम सुधार नहीं करेंगे लेकिन पैसा लेंगे।

बीसीसीआई के व्यवहार से कोर्ट खफा

अदालत ने लोढ़ा समिति की बीसीसीआई के पदाधिकारियों की जगह प्रशासकों का एक पैनल बनाने की याचिका भी स्वीकार कर ली। देश की सर्वोच्च अदालत ने बीसीसीआई से कहा कि 'ये लिखकर देना होगा कि हम अदालत का बहुत सम्मान करते हैं अच्छी बात है लेकिन ये आपके व्यवहार में भी झलकना चाहिए।'

जब तीखी हुई बहस

सुनवाई के दौरान अदालत ने जब बीसीसीआई के मौजूदा शीर्ष पदाधिकारियों की योग्यता पर सवाल उठाया तो बीसीसीआई के वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि अनुराग ठाकुर गंभीर क्रिकेटर रहे हैं। इस पर मुख्य न्यायाधीश ठाकुर ने कहा, 'यहां हम सब क्रिकेटर हैं। मैं भी सुप्रीम कोर्ट की टीम का कप्तान था।'

400 करोड़ के ट्रांसफर पर भी सवाल

सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई द्वारा राज्य क्रिकेट संघों को एक दिन में 400 करोड़ रुपए ट्रांसफर करने पर भी सवाल उठाया। इस पर बीसीसीआई के वकील ने अदालत को बताया कि मामला 2015-16 का है जब स्‍टार और सोनी ने मुआवजा दिया था, जिसे राज्य क्रिकेट संघों को दिया जाना था।

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