नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने शनिवार को राहुल गांधी द्वारा हाफिज सईद की रिहाई पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधे जाने के बाद पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष को देश के साथ खड़ा होना चाहिए, न कि मुंबई हमले के मास्टरमाइंड के साथ। राहुल ने हाफिज सईद की रिहाई के बाद ट्वीट किया था कि प्रधानमंत्री की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को गले लगाने की कूटनीति(हगप्लोमेसी) विफल हो गई।
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भाजपा प्रवक्ता जी.वी.एल. नरसिम्हा राव ने ट्वीट किया, "राहुल बाबा, आदतें नहीं बदली। एक बार, आप देश के साथ खड़े हो जाइए। आप लश्कर-ए-तैयबा के जाहिर समर्थक हैं। विकिलीक्स और इशरत जहां मामले की लीपा-पोती से आपके संबंधों का पर्दाफाश हुआ है। बहरहाल, आपने अपने 'हाफिज साहेब' को रिहाई की बधाई दे दी?"
कांग्रेस पर पाकिस्तान के साथ सहानुभूति दिखाने का आरोप लगाते हुए प्रवक्ता ने कहा, "'कांग्रेस का हाथ, आतंकवादियों के साथ' नारा इस पार्टी के लिए ज्यादा उपयुक्त होगा।"
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राव ने कहा, "मनमोहन सिंह सरकार पाकिस्तान को पीड़ित देश मानती थी और हल्के में लेती थी। नरेंद्र मोदी ने जबकि पाकिस्तान को टेररिस्तान के रूप में न केवल क्षेत्र में बल्कि संयुक्त राष्ट्र, जी20, ब्रिक्स, आसियान और अन्य अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग व किनारे किया।"
उन्होंने कहा, "कांग्रेस और राहुल गांधी ने हमेशा भारत विरोधी ताकतों को प्रश्रय देकर देश को धोखा दिया है।"
राव ने एक बयान में कहा, "जिस तरह से सीमा पार जाकर सेना द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए गए, सेना प्रमुख को अपमानजनक रूप से 'सड़क का गुंडा' कहा गया और 'भारत की बर्बादी' का नारा लगाने वालों का साथ दिया गया, यह सब कांग्रेस पार्टी द्वारा भारत विरोधी ताकतों के प्रति सहानुभूति को दिखाता है।"
उन्होंने कहा, "कांग्रेस नेताओं द्वारा बुरहान वानी की प्रशंसा करना और अलगाववादियों के साथ एकजुटता स्पष्ट तौर पर पाकिस्तान समर्थकों के साथ उनकी सहानुभूति दिखाता है। यह काफी दुखद है कि जिस पार्टी ने भारत पर छह दशकों तक शासन किया, उसने अल्पसंख्यक वोटबैंक की खातिर उन आतंकवादी समूहों के साथ समझौता किया, जिसने देश को लहुलूहान किया था। उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय को खुश करने के लिए हिंदू आतंकवाद और भगवा आतंकवाद के रूप में हिंदू धर्म को गाली दी। किसी भी देश में आतंकवाद का राजनीतिकरण नहीं किया जाता है, जैसा कांग्रेस सत्ता में आने के लिए कर रही है।"
इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को हाफिज सईद की रिहाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को गले लगाने की उनकी कूटनीति (हगप्लोमेसी) काम नहीं आई।
गांधी ने शनिवार सुबह ट्वीट किया, "नरेंद्रभाई, बात नहीं बनी। आतंक का मास्टरमाइंड रिहा हो गया। राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तानी सेना को लश्कर फंडिंग मामले में क्लीन चिट दे दी है। 'हगप्लोमेसी' (गले लगाने की नीति) काम नहीं आई। तत्काल फिर से गले लगाने की जरूरत है।"
लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और 2008 में 26/11 को हुए मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को शुक्रवार को पाकिस्तान में 10 महीने की नजरबंदी के बाद रिहा कर दिया गया था।
--आईएएनएस