नई दिल्ली : सीबीआई के एक अधिकारी ने एक राज्य मंत्री के अलावा मुख्य सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और विधि सचिव जैसे बड़े अफ़सरों पर जांच रुकवाने की कोशिश सहित गंभीर इल्ज़ाम लगाए हैं। वह राकेश अस्थाना के मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर अपना तबादला रद करने की मांग की है।
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हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने सिन्हा की याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है।
सीबीआई अधिकारी मनीष सिन्हा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मुख्य सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल पर आरोप लगाया है कि उन्होंने राकेश अस्थाना के खिलाफ जांच में अड़ंगा लगाया। उन्होंने केंद्रीय कोयला और खनन राज्य मंत्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी पर मोइन कुरेशी मामले की जांच करने वाले कुछ अधिकारियों एक्सटार्शन रैकेट के एवज में जून 2018 के पहले पखवाड़े में कुछ करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाया है।
अधिकारी ने अजित डोवाल पर भी इस मामले में जांच को प्रभावित करने का आरोप लगाया है। श्री सिन्हा ने अपने स्थानांतरण को गलत बताते हुए चुनौती दी है।
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अदालत में दी अर्जी के मुताबिक मुख्य सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने राकेश अस्थाना के खिलाफ छापेमारी रुकवाई। उन्होंने सावंत गोयल का फोन जब्त करने की इजाजत भी नहीं दी। अजित डोवाल ने देवेंद्र कुमार की जांच में भी अड़ंगा लगाया। याचिका में विधि सचिव पर भी आऱोप लगाया गया है। उन पर सतीश सना के मामले में आरोप लगा है।