योगी डॉक्टरों से बोले- सिर्फ डिग्री लेना काफी नहीं, 3 साल तक गांवों में दे सेवाएं

Update:2017-10-27 13:25 IST
CM योगी ने किया 200 बिस्तरों वाली अस्पताल का शुभारंभ

लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार (27 अक्टूबर) को डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 200 बिस्तरों वाली मातृ एवं शिशु रेफरल चिकित्सालय और चिकित्सीय सेवाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ. दीपक मालवीय ने सीएम योगी आदित्यनाथ, चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन, प्रमुख सचिव रजनीश दुबे, डीजी मेडिकल एजुकेशन केके गुप्त सहित अन्य गणमान्य लोगों का स्वागत किया।

पूर्व सीएम रामप्रकाश गुप्त के नाम पर होगा अस्पताल का नाम

इसी कार्यक्रम में अपने संबोधन में चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने इस अस्पताल का नाम सिफारिश की। उन्होंने इसे यूपी के पूर्व सीएम रामप्रकाश गुप्त के नाम पर रखने का आग्रह किया। कहा, 'इसका नाम अब लोहिया संस्थान द्वारा संचालित डॉ. रामप्रकाश गुप्त मातृ एवं शिशु रेफरल चिकित्सालय रखा जाए। जिसे सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंजूरी दे दी।

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वर्षों से बिगड़ी व्यवस्था सुधार रही

इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा, इस अस्पताल से जुड़े सभी लोगों को लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान द्वारा ये अस्पताल बनाने और शुरू करने के लिए बधाई। उन्होंने कहा, प्रदेश सरकार चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक कार्य कर रही है। वर्षों से बिगड़ी व्यवस्था को सुधारा जा रहा है। इन चुनौतियों का चिकित्सा शिक्षा विभाग की टीम सामना करते हुए सुधार की ओर बढ़ रही है।

सीएम योगी ने लोहिया संस्थान के निदेशक प्रो मालवीय को बधाई। क्योंकि, उन्होंने प्रदेश की 22 करोड़ जनता की चिकित्सा सेवा के लिए चिकित्सकों की एक बड़ी टीम तैयार करने का प्रण लिया है।

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डॉक्टर कहां से आएंगे?

सीएम बोले, 'जब मैं प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को देखता हूं, तो लगता है कि हम सुविधाएं दे सकते हैं, लेकिन सवाल है कि डॉक्टर कहां से आएंगे? बुंदेलखंड गया था वहां पीएचसी, सीएचसी में डॉक्टर बहुत कम हैं। पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी यही हाल है। यह चुनौती केवल सरकार की ही नहीं, बल्कि इस क्षेत्र के सभी लोगों की है और सभी को मिलकर इसका समाधान निकालना होगा।'

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डिग्री लेना बस आपका फर्ज नहीं

आदित्यनाथ ने कहा, 'मैं मेडिकल अध्ययन करने वालो से कहूंगा, कि आप केवल शहर में आकर डिग्री ले लें और चले जाएं आपका केवल यही आपका काम नहीं है। बल्कि सेवा का भी फ़र्ज़ है। आप आगे आकर उसे निभाएं।'

मरीज आपको याद करें ऐसी सेवा दें

उन्होंने कहा, 'हमारा प्रयास है कि हर कमिश्निरी में एक मेडिकल कॉलेज जरूर हो। प्रदेश के हर जिले चिकित्सीय सेवाएं पहुंचायी जाएं। पहले चरण में मंडल, दूसरे चरण में जिलों तक मेडिकल कॉलेज खोले जाएं। सीएम बोले, एमबीबीएस करने के बाद छात्र एक से तीन वर्ष तक ग्रामीण इलाकों में सेवाएं दें। सीएम ने ये अपील मेडिकल की पढाई करने वाले छात्रों से की। साथ ही उन्होंने सीख देते हुए कहा, मेडिकल के छात्र अपने जीवन को एक मिशन के साथ जोड़ें। ग्रामीण इलाकों में चिकित्सकों की काफी कमी है। आप आगे आकर अहम भूमिका निभा सकते हैं। वहां आने वाला मरीज आपकी सेवा को याद करे आप ऐसी सेवा दें।'

विलय पर सीएम सहमत

सीएम ने कहा, प्रदेश की 22 करोड़ जनता को अगर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करनी है तो चिकित्सकोण को शहरों तक सीमित नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी जाना होगा। उन्होंने कहा, मेरे सामने डॉ. दीपक मालवीय ने जो छात्रावास की मांग रखी है, सरकार उसमें पूरी मदद देगी। दूसरा, लोहिया संस्थान और चिकित्सालय के विलय की बात है। मैं समझता हूं इस काम को तुरंत किया जाना चाहिए।

आशुतोष टंडन का प्रस्ताव स्वीकारा

सीएम ने कहा, नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत इस चिकित्सालय का निर्माण हुआ है। मंत्री आशुतोष टंडन के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए इस हॉस्पिटल का नाम डॉ. रामप्रकाश गुप्त मातृ एवं शिशु रेफरल अस्पताल किया जाता है। मैं इसकी घोषणा करता हूं। बता दें, कि यहां 78 करोड़ रुपए की बजट से सेवाएं शुरू हुई हैं।

अब एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं

स्वागत संबोधन में डॉ. दीपक मालवीय ने कहा, कि 'आज ख़ुशी का दिन है। अब यहां एंडोक्राइन सर्जरी डिपार्टमेंट समेत सभी जरूरी सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिल सकेंगी। ऐसी सुविधा प्रदेश में कहीं और नहीं हैं। यहां एनआईसीयू, आईसीयू, पीड़ियाट्रिक्स सहित सभी सुपर स्पेशलिटी सुविधाएं होंगी। हम अगले वर्ष डीएम एंडोक्रिनोलॉजी, सहित कई अहम चीजें शुरू करेंगे।'

संस्थान के निदेशक ने किया सीएम से अनुरोध

उन्होंने कहा, '20 एकड़ की भूमि में बना ये सेंटर अपनी तरह का अनोखा अस्पताल होगा। लेकिन एक समस्या है कि हमारे पास इस भूमि पर कोई छात्रावास नहीं है।इसलिए सीएम महोदय से अनुरोध है कि एक छात्रावास हमारे स्टूडेंट के लिए बनवा दें। लोहिया संस्थान में पूर्वांचल सहित अन्य दूरदराज से मरीज यहां आते हैं।' इस दौरान डॉ. मालवीय ने डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान और चिकित्सालय के विलय की भी सीएम से मांग की।

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