झांसी: सेंटर और यूपी के लिए राजनीति का मुद्दा बनी वाटर एक्सप्रेस आज इंडियन एक्सप्रेस के एक फोटो जर्नलिस्ट के लिए मौत का कारण बन गयी। रवि कनौजिया झांसी रेल यार्ड में खड़ी वाटर एक्सप्रेस पर स्टोरी के लिए टैंकरों पर चढ़कर फोटो खींच रहे थे। इसी दौरान वह अचानक ओएचई लाइन की चपेट में आ गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
हादसे के बाद वाटर ट्रेन को आगरा की ओर भेज दिया गया है।
मौत बनी पानी की ट्रेन
-दिल्ली से झांसी पहुंची वाटर एक्सप्रेस पिछले कुछ दिनों से चर्चा में है।
-दिल्ली और लखनऊ के बीच सूखे की राजनीति के चलते यह ट्रेन मीडिया के लिए हॉट बनी हुई है।
-ट्रेन पर स्टोरी करने के लिए इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्टर श्वेता दत्ता और फोटोग्राफर रवि कनौजिया दिल्ली से झांसी पहुंचे थे।
ओएचई लाइन से झुलसे
-दोनों ट्रेन के कवरेज के लिए यार्ड में थे।
-इसी दौरान टैंकर पर चढ़े कनौजिया ओएचई लाइन की चपेट में आ गए और झुलस कर नीचे गिर गए।
-मौके पर ही कनौजिया की मौत हो गई।
रेलवे की लापरवाही
-इस ट्रेन को यहां से पहले ही हटा दिया जाना था। मीडिया इसे लेकर रेलवे को लगातार अलर्ट कर रहा था।
-इससे पहले एक एसपी एमएलए भी टैंकर पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे जिन्हें रोका गया था।
-फोटो ग्राफर के शहीद होने के बाद मुंह छिपाने के लिए रेलवे अब वाटर एक्सप्रेस को हटा रहा है।
सीएम ने दिए 20 लाख
-सूचना मिलते जीआरपी इंचार्ज रवि चंद्र मिश्र और आरपीएफ कमांडेंट आशीष मिश्र के साथ तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे।
-पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
-मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने घटना पर दुख जताते हुए मृतक के परिवार को 20 लाख रुपये देने का ऐलान किया है।