नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि 1975-77 का आपातकाल 'काला दौर' था, जिसे देश कभी भूल नहीं सकता। मोदी ने लेखन, बहस, विचार-विमर्श और सवालों के जरिए लोकतंत्र को मजबूत बनाने का आह्रान किया।
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मोदी ने ट्वीट कर कहा, "भारत आपातकाल को काले दौर के रूप में याद करता है, जिसके दौरान हर संस्थान को नष्ट कर दिया गया और डर का माहौल पैदा किया गया। सिर्फ लोगों को ही नहीं बल्कि विचारों और कलात्मक स्वतंत्रता पर भी बंदिश लगाई गई।"
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मोदी ने 25 जून, 1975 को लगाए गए आपातकाल का दृढ़ता से विरोध करने वाले नागरिकों के जज्बे को सराहा।
उन्होंने कहा, "मैं उन सभी महान महिलाओं और पुरुषों के साहस को सलाम करता हूं जिन्होंने 43 साल पहले लगाए गए आपातकाल का दृढ़ता से विरोध किया था।" मोदी ने भारतीय लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में काम करने का आग्रह किया।
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मोदी ने कहा,"हमें अपने लोकतांत्रिक लोकाचार को मजबूत करने के लिए निरतंर काम करन होगा। लेखन, बहस, चर्चा और सवाल हमारे लोकतंत्र के महत्वपूर्ण पहलू हैं जिन पर हमें गर्व है। कोई भी ताकत हमारे संविधान के बुनियादी सिद्धांतों को कमजोर नहीं कर सकती।"
देश में आपातकाल 21 मार्च, 1977 तक रहा था। इसके बाद हुए आम चुनाव में इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार को करारी हार का सामना करना पड़ा था।
--आईएएनएस