महोबाः ये मामला अतरार गांव का है। यहां ग्राम प्रधान ने चुनावी रंजिश की वजह से एक परिवार का राशन कार्ड रद्द करा दिया। इससे उन्हें यूपी सरकार के खाद्य सुरक्षा के तहत अनाज नहीं मिल रहा है। नौबत ये है कि परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है। परिवार के बुजुर्ग सदस्य ने बीते 10 दिन से कुछ नहीं खाया है। बच्चे और परिवार के बाकी लोग पड़ोसियों से सूखी रोटी लेकर खा रहे हैं।
क्या है मामला?
-अतरार गांव में गोपाल अपने बुजुर्ग पिता, मां, पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहता है।
-सूखे की वजह से उसे खेत में मजदूरी का काम नहीं मिल रहा है।
-यूपी सरकार की खाद्य सुरक्षा योजना के तहत गोपाल को राशन मिल रहा था।
-प्रधान ने उसका राशन कार्ड रद्द करा दिया, इससे उसे अनाज मिलना बंद हो गया।
-गोपाल के 70 साल के पिता प्रताप ने बीते 10 दिन से खाना नहीं खाया है।
आमरण अनशन की चेतावनी
-गोपाल ने सीएम अखिलेश यादव से पूरे मामले की शिकायत की है।
-उसने अनाज न मिलने पर पूरे परिवार के साथ आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है।
-उसके बच्चे पड़ोस से सूखी रोटी और नमक लाकर खा रहे हैं।
-गोपाल के मुताबिक प्रधान और कोटेदार से मिला, लेकिन उसे भगा दिया गया।
क्या कह रहा है प्रशासन?
-एसडीएम सदर नन्हकू के मुताबिक मीडिया से उन्हें इस बारे में जानकारी मिली है।
-प्रशासन टीम भेजकर पूरे मामले की जांच कराएगा।
-गोपाल के परिवार को अनाज और अन्य योजनाओं का लाभ देने की बात कही।