महोबा: चरखारी कोतवाली के गौरहारी गांव में ब्लास्टिंग के दौरान पहाड़ गिरने से नीचे दबे पांचों शवों को बाहर निकाल लिया गया है। करीब 27 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद इन शवों को बाहर निकालने में सफलता मिली। बचाव कार्य के दौरान तीन मजदूरों के शव शुक्रवार को निकाल लिए गए थे, जबकि 2 मजदूरों के शव आज निकाले गए हैं। घटना की सूचना पाकर डीएम और एसपी भ्ाी मौके पर पहुंचे थे।
घटना की सूचना मिलते ही प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की थी। आरोपी ठेकेदार पर केस दर्ज करने और गिरफ्तारी के आदेश भी दे दिए गए हैं।
क्या था मामला?
-चरखारी कोतवाली के ग्राम गौरहारी में खनन के लिए अवैध ब्लास्टिंग हो रही थी।
-ब्लास्टिंग के चलते पहाड़ पर दरारें पड़ चुकी थीं।
-शुक्रवार को मजदूर काम कर रहे थे तभी अचानक एक पहाड़ का टुकड़ा खिसकने लगा।
-इसके नीचे मजदूर दब गए, पुलिस और बचाव दल मौके पर पहु्ंचकर उन्हें निकालने में जुटा है।
खनन का केंद्र बना महोबा
-महोबा खनन का सबसे बड़ा केंद्र बना गया है।
-खाकी और खादी का गठजोड़ खनन के कार्य को बढ़ावा दे रहा है।
-अब खनन मजदूरों की मौत का कारण बन गया है।
-पहाड़ धसने से चार मजदूरों सहित ठेकेदार का भतीजा भी उसकी चपेट में आ गया।
-घटना के बाद ठेकेदार गब्बर सिंह मौके से फरार हो गया।
अवैध रूप से हो रही थी हैवी ब्लास्टिंग
-जानकारों की मानें तो ये पहाड़ अवैध रूप से संचालित था और इसमें हैवी ब्लास्टिंग कराई जा रही थी।
-जिससे पहाड़ में दरारें पड़ गईं नतीजन पहाड़ कमजोर हो गया और धसने लगा।
-इससे पहले कोई कुछ समझ पाता पांच लोग पत्थरों की चपेट में आ गए।
-डीएम वीरेश्वर सिंह और पुलिस कप्तान गौरव सिंह सहित बचाव दल मौके पर पहुंच गया है।
-पुलिस की मदद से ग्रामीणों ने पत्थरों में दबें तीन मजदूरों के शवों को बाहर निकाल लिया गया है।
-दो अन्य मजदूरों के शव अभी भी मलबे में दबें हुए हैं, जिन्हे निकालने का काम किया जा रहा है।
एसडीएम चरखारी प्रबुद्ध कुमार ने क्या कहा
-घटना गंभीर है मामले की जांच कर आरोपी ठेकेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
-आरोपी ठेकेदार की गिरफ्तारी के आदेश दिए जा चुके हैं।
- मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए के मुआवजे का भी एेलान कर दिया है।