वाराणसीः विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की महिला इकाई दुर्गा वाहिनी की ओर से महमूरगंज के भारती शिक्षा मंदिर में चलाए जा रहे ट्रेनिंग कैंप के मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। पहले पुलिस ने कहा कि कैंप में उसे कुछ भी आपत्तिजनक नहीं दिखा। वहीं सोमवार को पुलिस ने ट्रेनिंग कैंप बंद करा दिया और वीएचपी के एक नेता के खिलाफ सिगरा थाने में मुकदमा भी दर्ज कर लिया।
यह भी पढ़ें...अब PM की काशी में VHP महिलाओं को दे रहा लाठी-बंदूक चलाने की ट्रेनिंग
पहले क्या बोली थी पुलिस?
-दुर्गा वाहिनी की ओर से राष्ट्र रक्षा आत्मरक्षा कैंप चलाया जा रहा था।
-इस ट्रेनिंग कैंप में रविवार को सिगरा थाने की पुलिस पहुंची थी।
-एसओ अनुपम श्रीवास्तव ने एक अंग्रेजी अखबार से कहा था कि कोई हथियार, यहां तक कि एयरगन और लाठियां भी कैंप में नहीं मिलीं।
-वाराणसी के आईजी जोन एसके भगत ने अखबार से कहा था कि कैंप में महिलाएं जूडो सीख रही हैं, कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला।
यह भी पढ़ें...अयोध्या के बाद अब नोएडा में बजरंगदल ने लगाया रक्षा ट्रेनिंग कैंप
सोमवार को पलट गई पुलिस
-पुलिस ने वीएचपी के विभाग संगठन अधिकारी दिवाकर के खिलाफ सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज किया।
-ट्रेनिंग कैंप को सिगरा थाने की पुलिस ने बंद करा दिया।
-एसओ ने कहा कि जिले में धारा 144 लगी है और बिना इजाजत हथियारों की ट्रेनिंग नहीं दी जा सकती।
newztrack.com के सवाल
-जब पुलिस को कैंप में हथियार नहीं मिले थे, तो धारा 144 का हवाला देकर मुकदमा क्यों दर्ज हुआ?
-महिलाओं को जूडो सीखते देखने की बात आईजी ने कही थी। फिर हथियारों की ट्रेनिंग की बात कहां से आई?
-क्या पुलिस पर कहीं से दबाव पड़ा और इसके बाद उसने अपना रुख बदला?
अयोध्या और नोएडा में भी लगे थे ट्रेनिंग कैंप
-वीएचपी ने इससे पहले अयोध्या और नोएडा में ट्रेनिंग कैंप लगाए थे।
-इन कैंपों में पुरुषों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी।
-पुलिस ने दोनों ही मामलों में एफआईआर दर्ज की थी।