मोदी के निशाने पर फिर अय्यर, पूछा- क्या मेरी सुपारी देने पाकिस्तान गए थे?
बनासकांठा: गुजरात चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और पार्टी की नेता रहीं दिवंगत इंदिरा गांधी पर एक बार फिर तीखा प्रहार किया। कहा, कि 'कांग्रेस कभी भी गुजरातियों के दुख के वक्त साथ नहीं रही। बनासकांठा में जब बाढ़ आई थी, तो कांग्रेसी बेंगलुरु में मौज कर रहे थे। जो दुख में काम न आए वो सगा ही क्यों, उसे माफ नहीं किया जाना चाहिए।' इसके बाद पीएम मोदी एक बार फिर मणिशंकर अय्यर पर हमलावर दिखे। उन्होंने अय्यर को एक बार फिर निशाने पर लेते हुए उनके पाक दौरे को लेकर निशाना साधा।
पीएम ने कहा, कि मोरबी में जब बाढ आई तो दिवंगत इंदिरा गांधी नाक पर रुमाल रख कर यहां आई थीं।' उन्होंने कहा, कि 'कांग्रेस कभी भी इस राज्य के साथ नहीं रही और हमेशा सौतेला व्यवहार किया।' मैदान भर जाने के बाद लोग पेड़ पर चढकर मोदी का भाषण सुन रहे थे। उन्होंने लोगों से पेड़ से उतरकर मैदान में आने को कहा। बोले, बनासकांठा के लोग बीजेपी और कांग्रेस के बीच का फर्क जानते हैं।
बता दें, कि बनासकांठा में विधानसभा की नौ सीटें हैं। साल 2012 के चुनाव में यहां से कांग्रेस को 5 और बीजेपी को 4 सीटें मिली थी। बीजेपी इसलिए बनासकांठा को बहुत महत्वपूर्ण मांग कर चल रही है।
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तो क्या वह मेरी सुपारी देने पाक गए थे
पीएम मोदी ने मणिशंकर के पाक दौरे पर दिए बयान को लेकर कहा, कि 'वह पाक में कह रहे थे कि जब तक हम मोदी को रास्ते से नहीं हटाएंगे, तब तक दोनों देशों में संबंध अच्छे नहीं होंगे। तो क्या वह मेरी सुपारी देने के लिए पाकिस्तान गए थे।' पीएम ने आगे कहा, 'वह (अय्यर) ऐसे नेता हैं, जो पाकिस्तान में जाकर कहते हैं कि पीएम मोदी को रोको। सोशल मीडिया पर भी ऐसा विडियो आया था। रास्ते से हटाने का मतलब क्या है? क्या वह पाक को मोदी की सुपारी दे रहे थे।
मुझे तो मौत का सौदागर तक कहा जा चुका है
कांग्रेस से निलंबित किए गए मणिशंकर अय्यर के बयान के बाद गुजरात चुनाव का माहौल काफी गरम हो गया है। मोदी को 'नीच' कहने के बाद के बाद कांग्रेस रक्षात्मक हो गई, तो मोदी ने इस बयान को गुजरात की अस्मिता से जोड़ दिया। अय्यर का बयान सामने आने के कुछ ही देर बाद गुजरात के सूरत के लिंबायत में मोदी ने रैली की। उन्होंने कहा, 'श्रीमान मणिशंकर अय्यर ने आज कहा कि मोदी नीच है। मोदी नीच जाति का है। क्या यही भारत की महान परंपरा है? ये गुजरात का अपमान है। मुझे तो मौत का सौदागर तक कहा जा चुका है। गुजरात की संतानें इस तरह की भाषा का तब जवाब दे देगी, जब चुनाव के दौरान कमल का बटन दबेगा। मुझे भले ही नीच कहा है, लेकिन आप लोग अपनी गरिमा मत छोड़िएगा।'
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राहुल ने बयान से किया था किनारा
अय्यर के बयान पर राहुल गांधी ने भी नाराजगी जताई। राहुल ने एक ट्वीट में कहा, 'बीजेपी और पीएम कांग्रेस के लिए लगातार गंदी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। कांग्रेस की अपनी संस्कृति और विरासत है। मैं पीएम के लिए मणिशंकर अय्यर के द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा का समर्थन नहीं करता। मैं और हमारी पार्टी चाहती है कि अय्यर अपने बयान के लिए माफी मांगें।''
'मैं फ्रीलांस कांग्रेसी हूं'
बवाल होने के बाद मणिशंकर अय्यर मीडिया के सामने आए। दलीलें दी। कहा, 'हम गुजरात चुनाव से हटकर देश को गर्व करने वाली बात करें। लेकिन हर दिन पीएम कांग्रेस और हमारे नेताओं के लिए गंदी बात करते हैं। मैं फ्रीलांस कांग्रेसी हूं। कांग्रेस का ऑफिशियल स्पोक्सपर्सन नहीं। सोचा कि पीएम को उनके स्तर तक जाकर जवाब दूं।'
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फजीहत के बाद मांगी माफी
उन्होंने आगे कहा, मैं कोई बड़ा डिप्लोमैट नहीं रहा। हां, मैंने 'नीच' शब्द का इस्तेमाल किया। मैं हिंदी भाषी नहीं हूं, अंग्रेजी से ट्रांसलेट करता हूं। 'LOW' शब्द का मतलब 'नीच' निकल गया। जैसे लायक और नालायक एक-दूसरे से विपरीत शब्द हैं, एक बार अटलजी के लिए भी कहा था कि वो बड़े लायक प्रधानमंत्री हैं, लेकिन नालायक काम करते हैं। मैं नालायक कहना चाह रहा था, लेकिन 'नीच' का मतलब लो बॉर्न निकला। मुझे इसका पता नहीं था, इसलिए माफी मांगता हूं।'