दूसरों का चेहरा पढ़ लेते थे भय्यूजी महाराज, अपना ही दर्द भांप नहीं पाए

Update:2018-06-12 19:54 IST

इंदौर: भय्यूजी महाराज एक काबिल फेस रीडर थे। वे दूसरों का चेहरा पढ़कर भविष्य बता देते थे। लेकिन खुद कितने दर्द में थे, यह भांप नहीं पाए और इसी अवसाद में खुद को गोली मार बैठे। इतना ही नहीं बड़े से बड़े विवाद भैय्यूजी महाराज मध्यास्था कर सुलझा देते थे और अपने परिवार के विवाद के आगे उन्होंने हार मान ली।

बेटी व दूसरी पत्नी के बीच तकरार

भैय्यूजी महाराज,अपनी दूसरी पत्नी डॉ. आयुषी और पुत्री कुहू के बीच तालमेल नहीं बैठा पाए। कुहू और आयुषी के बीच तकरार इतनी ज्यादा थी कि भैय्यूजी महाराज को दोनों के लिए अलग-अलग रहने का इंतजाम करना पड़ा था। भैय्यूजी महाराज ने पिछले साल ही अप्रैल में दूसरी शादी की थी। तीन माह पूर्व ही आयुषी ने एक पुत्री को जन्म दिया था।

भय्यू महाराज ने लिखा- कोई संभाले परिवार की जिम्मेदारी, मैं बहुत परेशान हूं, जा रहा हूं

महाराष्ट्र सरकार ने दिया संत का दर्जा

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री रहे विलासराव देशमुख उनके करीबी रिश्तेदार थे। भैय्यू जी महाराज के समर्थक मध्यप्रदेश से ज्यादा महाराष्ट्र में हैं। महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें राष्ट्र संत का दर्जा भी दिया था। भैय्यू जी महाराज के जहन में बचपन से ही एक संत की छाप पड़ी हुई थी। यह संत उनके गांव में आते रहते थे। पूरा गांव उनका आदर, सम्मान करता था और बात मानता था।

दो साल पहले हुआ था हमला

दो साल पहले पुणे से इंदौर आते वक्त भैय्यूजी महाराज की कार पर भी कुछ अज्ञात लोगों ने हमला किया था। भैय्यूजी महाराज को घुड़सवारी और तलवारबाजी भी आती थी। उन्होंने एक ट्रस्ट भी बनाया है जिसका नाम सद्गुरु दत्त धार्मिक एवं परमार्थिक ट्रस्ट है। यह ट्रस्ट मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में अनेक कार्य कर रहा है। इसका मकसद पूजा-पाठ को बढ़ावा देना नहीं बल्कि भूखे को रोटी तो रोते को हंसाने का है।

आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज ने खुद को मारी गोली, इंदौर के बॉम्बे अस्पताल में मौत

किसानों के लिए करते थे काम

महाराष्ट्र के बुलढाना के खमगांव में जरायम पेशा जाति पारधी के बच्चों के लिए आश्रमशाला चलाई जा रही है, जहां 470 बच्चे आधुनिक शिक्षा हासिल कर रहे हैं। वहीं मध्य प्रदेश के धार में आत्महत्या करने वाले किसानों के बच्चों के लिए विद्यालय चलाया जा रहा है। ट्रस्ट द्वारा किसानों के लिए धरती पुत्र सेवा अभियान व भूमि सुधार, जल मिट्टी व बीज परीक्षण प्रयोगशाला, बीज वितरण योजना चलाई।

मौत से पहले सोशल मीडिया पर रहे ए​क्टिव

मौत से तीन घंटे पहले उन्होंने फेसबुक पर किसानों के लिए एक पोस्ट लिखी। इतना ही नहीं तनाव में होने के बाद भी भैय्यूजी महाराज ने आज कई ट्वीट भी किए थे। इनमें एक ट्वीट केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को जन्मदिन की बधाई देने का था। पुलिस महानिरीक्षक कानून एवं व्यवस्था मकरंद देउस्कर ने कहा कि पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है।

Tags:    

Similar News