Meerut News: व्हाट्सएप लिंक के जरिए एक लाख की साइबर ठगी, मेरठ साइबर क्राइम पुलिस ने एक और आरोपी दबोचा

Meerut News: साइबर क्राइम थाना पुलिस ने व्हाट्सएप लिंक के जरिए एक लाख रुपये की ठगी करने वाले गैंग के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को जिला कारागार रोड के पास से पकड़ा।;

Update:2025-04-07 20:11 IST

व्हाट्सएप लिंक के जरिए एक लाख की साइबर ठगी, गिरफ्तार (Photo- Social Media)

Meerut News: साइबर ठगी के बढ़ते मामलों पर लगाम कसने के लिए मेरठ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने व्हाट्सएप लिंक के जरिए एक लाख रुपये की ठगी करने वाले गैंग के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को जिला कारागार रोड के पास से पकड़ा।

क्या है मामला?

जिला पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मेरठ निवासी सुहैल खान ने साइबर क्राइम थाना में शिकायत दी थी कि 20 अक्टूबर 2024 को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप लिंक आया था। घटना के वक्त मोबाइल उनके बच्चों के पास था। लिंक पर क्लिक करने के बाद चार बार में उनके खाते से एक लाख रुपये निकल गए।

पुलिस ने शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि एक संगठित साइबर गैंग इस ठगी को अंजाम दे रहा है। इसी मामले में पहले भी कुछ आरोपियों को पकड़ा जा चुका है।

अब कौन हुआ गिरफ्तार?

पुलिस ने इस मामले में नौशाद पुत्र यामीन, निवासी ग्राम तावली, थाना शाहपुर, जनपद मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसका भाई आसिफ उर्फ शिप्पा कई सालों तक कुवैत में रहा और वहीं से साइबर फ्रॉड का तरीका सीखकर भारत आया।

कैसे करते थे ठगी?

आरोपी ने बताया कि शिप्पा ने गांव के कई लोगों के नाम पर बैंक खाते खुलवाए। फर्जी दस्तावेजों के जरिए एनएस गारमेंट्स, समीर गारमेंट्स और एस.ए. गारमेंट्स नाम की फर्जी फर्में बनाईं। इन फर्मों के नाम पर जीएसटी नंबर और उद्यम सर्टिफिकेट तक हासिल किए गए। फिर इन खातों में ठगी का पैसा डलवाया जाता था।

नौशाद ने बताया कि वह खुद बैंक से पैसा निकालकर शिप्पा को देता था और कुछ हिस्सा अपने पास रखता था। पुलिस अब गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है और जल्द ही अन्य गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। गिरफ्तारी करने वाली टीम कि अगुवाई निरीक्षक नेत्रपाल सिंह कर रहे थे।

Tags:    

Similar News