नई दिल्ली: उत्तराखंड में तेज बारिश की वजह से आए सैलाब ने कई शहरों की सूरत ही बदल कर रख दी है। वहीं पिथौरागढ़ और चमोली में बादल फटने से 30 लोगों की मौत की खबर है। मरने वालों में 20 लोगों शव बरामद हो चुके हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो इस अचानक आए सैलाब में कईयों के लापता होने की भी खबर है। भारी बारिश के कारण ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग के निकट नेशनल हाईवे बंद हो गया।
बढ़ा जलस्तर
-उत्तराखंड में मानसून के शुरुआत से ही आफतों का दौर भी शुरू हो गया है।
-सरयू और गोमती का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है।
-वहीं नैनीताल में रात भर रुक-रुककर बारिश होती रही।
-बादल फटने के कारण पिथौरागढ़ और चमोली में नौ-नौ लोगों की मौत हुई।
-प्रशासन का कहना है कि सड़कों के क्षतिग्रस्त होने के कारण राहत एवं बचाव कार्य में बढ़ा आ रही है।
अगले 24 घंटे होगी तेज बारिश
-मौसम विभाग ने उत्तराखंड के अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ छिटपुट स्थानों खासतौर पर नैनीताल, उधमसिंह नगर और चंपावत जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान भारी वर्षा की चेतावनी दी है।
-मौसम केंद्र की ओर से जारी विज्ञप्ति में, नैनीताल, उधमसिंहनगर, चंपावत, अल्मोडा, पौडी, हरिद्वार, देहरादून और टिहरी जिलों में अगले 72 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और अन्य पांच जिलों में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गइ है।
ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग पर तोता घाटी के निकट हाईवे पर चट्टान गिरने से ये मार्ग बंद हो गया है।
फिलहाल हाईवे को फिर से चालू करने के प्रयास तेज गति से किये जा रहे हैं।
2 पुल बहे
-थल और मुवानी के बीच रास्ते पर मलबा आने से यह मार्ग बंद हो गया है।
-वहीं, थल-डीडीहाट-अस्कोट मार्ग भी मलबे से पट चुका है।
-जौलजीबी से बरम के बीच खन्पैरा के पास नाले के उफान से 2 पुल बह गए।
-सिंचाईगूल और ग्रिफ का डिपो भी गोरी नदी की भेंट चढ़ चुका है। पूरे जिले में संचार सेवा ठप है।