जैसलमेर: राजस्थान के पोखरण फायरिंग रेंज में फील्ड ट्रायल के दौरान सेना की नई लंबी दूरी तक मार करने वाली अल्ट्रा-लाइट (यूएलएच) होवित्जर एम-777 तोप क्षतिग्रस्त हो गई। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो इस घटना के बाद सेना ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
गनीमत रही कि इस हादसे में किसी जवान को चोट नहीं आई। फिलहाल तोप का गन बैरल कैसे फटा इसकी जांच टीम द्वारा की जा रही है। कुछ समय के लिए तोप का ट्रायल रोक दिया गया है। बता दें, कि यह टॉप अमेरिका से आई है।
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भारत को मिलने वाली है 145 तोप
गौरतलब है कि अमेरिका से हुए करार के तहत भारत को 145 M777 होवित्जर तोप मिलने वाली है। इसमें से दो तोप मई में भारत आई थी। राजस्थान के पोखरण फायरिंग रेंज में होवित्ज़र तोप से भारतीय गोलों की क्षमता को भारतीय सेना और अमेरिकी कंपनी के अफसर परख रहे थे। इसी बीच गन बैरल फट गया।
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30 करोड़ एक तोप की कीमत
भारत सरकार ने अमेरिका को 145 एम 777 अल्ट्रा लाइट होवित्जर तोपों का ऑर्डर दिया है। इनमें एक तोप की कीमत करीब 30 करोड़ रुपए है। खास बात ये है कि इस तोप को एक्शन में आने में मात्र तीन मिनट लगता है, जबकि पैक करने में 2 मिनट का समय लगता है। होवित्जर में 155mm के सभी तरह का गोला-बारूद इस्तेमाल किए जा सकता है। हालांकि, अभी इसे केवल चार प्रकार के 155mm गोला-बारूद से टेस्ट किया जा रहा है। इसमें एचई, स्मोक, इल्युमिनेशन और फायर शामिल हैं।
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ये है खास बातें
रक्षा विशेषज्ञों की मानें, तो 11 टन की बोफोर्स तोप के मुकाबले होवित्जर बहुत हल्की है। साथ ही आकार में भी उससे आधी है। इस वजह से इसे लाना ले जाना काफी सुविधाजनक है। इसे सुमद्र के जरिए भी ले जाया जा सकता है। इसे हेलिकॉप्टर के जरिए भी लिफ्ट किया जा सकता है। डायरेक्ट रेंज में 4 किलोमीटर और इनडायरेक्ट रेंज में 30 से 40 किलोमीटर तक होवित्जर दुश्मन के ठिकानों को आसानी से तबाह कर सकती है।