HC ने दिया था काफी पहले निर्देश, यूपी में अब हटेंगे कब्जे वाले धार्मिक स्थल
लखनऊः हाईकोर्ट के निर्देश के काफी वक्त बाद जागी सपा सरकार ने पहली जनवरी 2011 के बाद कब्जा कर बनाए गए सभी धार्मिक स्थलों को छह महीने में हटाने के आदेश दिए हैं। मंगलवार को चीफ सेक्रेटरी राहुल भटनागर ने ये आदेश दिया। बता दें कि सूबे में हजारों ऐसे धार्मिक स्थल हैं। अकेले लखनऊ में इस तरह के धार्मिक स्थलों की संख्या 900 से ज्यादा है।
क्या दिया गया है आदेश?
चीफ सेक्रेटरी ने अपने आदेश में सभी जिलों के डीएम से कहा है कि ऐसी किसी धार्मिक संरचना को मंजूरी न दी जाए। हाइवे, सड़कों, गलियों और फुटपाथों पर बने धार्मिक स्थल को तुरंत हटवा दिया जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों से आदेश के पालन के बाद रिपोर्ट भी मांगी है। साथ ही इनसे जुड़े विभागों के प्रमुख सचिवों से भी दो महीने में विस्तार से जानकारी मांगी गई है।
स्थानांतरित हो सकेंगे धार्मिक स्थल
चीफ सेक्रेटरी ने अपने आदेश में कहा है कि धार्मिक संरचना के प्रबंधन से जुड़े लोग अगर निजी जमीन पर स्थानांतरित कराना चाहें तो छह महीने में ऐसा करा दिया जाए। ऐसा न होने पर उस धार्मिक स्थल को हटा दिया जाए। साथ ही ये भी देखा जाए कि सार्वजनिक मार्गों, गलियों और फुटपाथों पर होने वाली धार्मिक गतिविधियों से लोगों को आने-जाने में दिक्कत न हो। इसके लिए अफसरों की जिम्मेदारी तय की गई है।
लखनऊ में 900 से ज्यादा ऐसे धार्मिक स्थल
बता दें कि कुछ साल पहले हाईकोर्ट के निर्देश पर नगर निगम और पीडब्ल्यूडी ने अवैध धार्मिक निर्माणों की लिस्ट बनाई थी। उस वक्त राजधानी में ऐसे 971 धार्मिक स्थल मिले थे। माना जा रहा है कि तबसे अब तक इनकी संख्या बढ़ी होगी। यहां तक कि कई जगह सरकारी संपत्तियों पर भी धार्मिक स्थल बने हुए थे।