नई दिल्ली: भारत ने आधिकारिक तौर पर चीन की सीमा में घुसपैठ के दावे का खंडन किया है। चीन के इस दावे पर भारत ने कहा, कि 'घुसपैठ चीनी सैनिकों ने की थी।' भारत ने इस इलाके में चीन की तरफ से सड़क निर्माण के किए जा रहे प्रयास के प्रति भी गंभीर चिंता जाहिर की है।
ये भी पढ़ें ...चीन को जेटली का करारा जवाब, कहा- 1962 और 2017 के भारत में काफी फर्क है
भारतीय विदेश मंत्रालय ने पत्र लिखकर कहा है, कि 'डोकलाम में सड़क निर्माण से सिक्किम-भूटान-तिब्बत के तिमुहाने पर स्थिति में अहम बदलाव होगा, जिसके गंभीर सुरक्षा परिणाम हो सकते हैं।' चीन के दावों को ख़ारिज करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने साफ किया है कि भारत, चीन सीमा से लगने वाले इलाके में लगातार सकारात्मक रुख अपनाता रहा है।
ये भी पढ़ें ...चीन ने भारतीय सेना के बंकर पर चलाया बुलडोजर, सिक्किम सीमा पर बढ़ा रहा तनाव
भूटान के गश्ती दल ने रोकने की कोशिश की थी
भारत ने चीन द्वारा डोकलाम इलाके में सड़क निर्माण के प्रति गंभीर चिंता जाहिर करते हुए इलाके में संयम और यथास्थिति बरकरार रखने के लिए कहा है। 16 जून को डोकलाम इलाके में एक चीनी दल सड़क बनाने के लिए घुसा था। भारत ने चीन को लिखा है कि उसकी जानकारी के मुताबिक, 'भूटान के गश्ती दल ने उस दल को रोकने की कोशिश की।'
ये भी पढ़ें ...चीन ने कहा- भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने तक कोई वार्ता नहीं
आगे की स्लाइड में पढ़ें पूरी खबर ...
भारत सीमा विवादों को सुलझाना चाहता है
भारतीय विदेश मंत्रालय ने पत्र में लिखा है, कि 'भारत सभी सीमा विवादों को बातचीत से सुलझाना चाहता है।' बता दें कि इस हालिया विवाद के बाद चीन ने करीब 50 भारतीय तीर्थयात्रियों को नाथू ला दर्रे से होकर कैलाश मानसरोवर जाने से रोक दिया।
चीन ने भारतीय बंकर पर चलाया था बुलडोजर
उल्लेखनीय है, कि जून के पहले हफ्ते में चीन ने बुलडोजर का इस्तेमाल कर सिक्किम के डोंगलोंग में भारतीय सेना के एक बंकर को नष्ट कर दिया था। जिसके बात तनातनी शुरू हुई। भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को रोकने के लिए मानवीय दीवार बनाई थी। घटना के सामने आने के बाद चीन ने उलटा आरोप लगाया कि भारतीय सैनिक ही चीनी सीमा में घुसे थे।