नई दिल्ली : अमेरिका, भारत और इजरायल के बीच उन्नत परियोजनाओं व उद्यमी संकल्पनाओं के लिए त्रिपक्षीय व्यापार के अवसर को बढ़ावा देने के मकसद से इजरायल और भारतीय प्रौद्योगिकी कंपनियों के समूह ने सोमवार को पांच करोड़ अमेरिकी डॉलर का एक त्रिपक्षीय कोष का गठन किया।
नैसकॉम और इंडियासपोरा की ओर से आयोजित टेक ट्रैंगल समिट में इजरायल-भारत प्रौद्योगिकी समूह के सदस्य डेनिस मेहता ने कहा, "हम त्रिपक्षीय निवेश साझेदारी के लिए एक मंच की शुरुआत कर रहे हैं, जिसके जरिये प्रमुख रूप से त्रिपक्षीय अवससरों की जरूरतों व आकांक्षाओं को पूरा किया जाएगा।"
उन्होंने कहा, "हमारे मॉडल में इजरायल प्रौद्योगिकी आपूर्तिकर्ता के रूप में है और भारत अवसरों का एक बड़ा बाजार है। वहीं अमेरिका इस समीकरण में पूंजीदाता की भूमिका में है।"
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भारत में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग की शीर्ष संस्था नैसकॉम के अध्यक्ष आर. चंद्रशेखर ने कहा, "भारत, इजरायल और अमेरिका के बीच संबंध और सहयोग से आए आर्थिक, सामाजिक व सांस्कृतिक बदलाव के सहारे कई दशकों से आपसी रिश्ते संपोषित हुए हैं, लेकिन आज ये तीनों राष्ट्र पहले से कहीं ज्यादा स्वाभाविक रूप सहयोगी बन गए हैं।"
इस मौके पर नैसकॉम ने इजरायल की स्टार्टअप कंपनियों को प्रोत्साहन देने वाले संगठन मास चैलेंज और देशपांडे फाउंडेशन के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत 10 भारतीय स्टार्टअप की मदद के लिए प्रत्येक को 5,000 डॉलर की स्कॉलरशिप दी जाएगी।