चुनाव से पहले कांग्रेस की जबर्दस्त पारी, लिंगायत अलग धर्म
राज्य में चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने लिंगायतों पर एक अहम फैसला लेते हुए गजब की पारी खेली है। कांग्रेस ने लिंगायतों को अलग धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के रूप में मान्यता दे दी है। कांग्रेस के इस बड़े कदम से कुछ हो ना हो, बीजेपी को इससे बहुत बड़ा झटका जरुर लगा है।
बंगलुरु: राज्य में चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने लिंगायतों पर एक अहम फैसला लेते हुए गजब की पारी खेली है। कांग्रेस ने लिंगायतों को अलग धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के रूप में मान्यता दे दी है। कांग्रेस के इस बड़े कदम से कुछ हो ना हो, बीजेपी को इससे बहुत बड़ा झटका जरुर लगा है।
जानें कौन हैं लिंगायत और क्या है इनका इतिहास
बीजेपी के सुपोर्टर रहा है लिंगायत समुदाय
- सबसे ख़ास बात ये है कि 17 प्रतिशत आबादी वाला यह समुदाय परंपरागत रूप से बीजेपी का वोटर रहा है।
- ऐसे में कांग्रेस का ये कदम बीजेपी के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
- 10 साल पहले जब पहली बार कर्नाटक में 'कमल' खिला था तो यही कहा गया था कि इसी समुदाय की बीजेपी को सत्ता में पहुंचाने की अहम भूमिका रही। कर्नाटक में बीजेपी का सीएम चेहरा बीएस येद्दियुरप्पा भी इसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।