नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने साल की आखिरी मन की बात के कार्यक्रम की शुरुआत देशवासियों को क्रिसमस की बधाई देते हुए की। इसके बाद उन्होंने मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जन्मदिन की बधाई दी। गौरतलब है कि 'मन की बात' कार्यक्रम इस साल का आखिरी प्रसारण है।
बता दें कि इससे पहले हमारे सहयोगी समाचार पत्र 'अपना भारत' के 16-22 दिसंबर वाले अंक में इसी मुद्दे पर संपादक योगेश मिश्र का लेख प्रकाशित हुआ था। रविवार (25 दिसंबर) को पीएम मोदी ने भी इसी मुद्दे पर अपने विचार मन की बात के जरिए देश की जनता के सामने रखे।
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पीएम ने दिया क्रिसमस गिफ्ट
पीएम मोदी ने कहा, 'क्रिसमस की सौगात के रूप में पंद्रह हजार लोगों को ड्रॉ सिस्टम से इनाम मिलेगा। हर व्यक्ति के खाते में एक-एक हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। यह योजना 100 दिनों तक चलेगी।'
व्यापारी कारोबार को बनाएं कैशलेस
पीएम बोले, क्रिसमस के दिन देशवासियों को दो योजनाओं का लाभ मिलने जा रहा है। ग्राहकों के लिए 'लकी ग्राहक योजना' और व्यापारियों के लिए 'डिजि धन व्यापार योजना' लाई गई है। डिजि धन व्यापार योजना में व्यापारी इस योजना से जुड़ें और अपना कारोबार कैशलेस बनाने के लिए ग्राहकों को भी जोड़ें। ऐसे व्यापारियों को इनाम दिए जाएंगे। व्यापारियों का अपना व्यापार भी चलेगा और ऊपर से इनाम का अवसर भी मिलेगा।
युवा भी आएं आगे
ये योजना, समाज के सभी वर्गों, खास कर ग़रीब एवं निम्न मध्यम-वर्ग के लिए बनाई गई है। मुझे विश्वास है कि देशवासी इस व्यवस्था में रुचि लेंगे और आपके अगल-बगल में जो नौजवान होंगे, आप थोड़ा-सा उनको पूछोगे, तो वो बता देंगे।
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कैशलेस कारोबार 300 फीसदी तक बढ़ा
पीएम ने कहा, मुझे जानकर ख़ुशी होती है कि देश में ई-पेमेंट कैसे करना, ऑनलाइन पेमेंट कैसे करना है इसकी जागरूकता बहुत तेज़ी से बढ़ी है। कैशलेस कारोबार 200 से 300 फीसदी तक बढ़ा है। जो व्यापारी डिजिटल लेन-देन करेंगे ऐसे व्यापारियों को इनकम टैक्स में छूट दी गई है। मैं देश के सभी राज्यों, यूटी को भी बधाई देता हूं। सबने इस अभियान को आगे बढ़ाया है।
किसानों को डिजिटल बनाने के प्रयास जारी
कई संस्थाओं ने किसानों में डिजिटल को बढ़ावा देने के लिए सफल प्रयोग किए हैं। जीएनएफसी ने 1000 पीओएस मशीन खाद बाजार में लगाए हैं। कुछ ही दिनों में 35 हज़ार किसानों को 5 लाख खाद के बोरे डिजिटल पेमेंट से किए। जीएनएफसी की खाद की बिक्री में भी 27 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है।
स्टार्टअप से नौजवानों ने प्रगति की
अर्थव्यवस्था में इनफॉर्मल सेक्टर बहुत बड़ा है। इन लोगों को मज़दूरी का पैसा नकद में दिया जाता है। उसके कारण मज़दूरों का शोषण होता है। नौजवानों ने स्टार्टअप से काफ़ी प्रगति की है लेकिन देश को कालेधन, भ्रष्टाचार से मुक्त कराने के अभियान में पूरी ताक़त से जुड़ना चाहिए।
आपने परेशानी सहकर भी साथ नहीं छोड़ा
पीएम मोदी ने कहा, 'जनता ने परेशानी सहकर भी सरकार का साथ नहीं छोड़ा। जितनी पीड़ा आपको होती है, उतनी ही पीड़ा मुझे भी होती है। सरकार जनका जनार्दन के लिए है। लेकिन जनता की सुविधा के लिए बड़े फैसले लेने पड़ते हैं।'
सदन में कालेधन पर चर्चा चाहता था
पीएम ने कहा, 'मैं चाहता था सदन में भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ लड़ाई पर और राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे आदि पर व्यापक चर्चा हो। कानून सबके लिए बराबर है। किसी को भी छूट नहीं मिलनी चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हो सका।'
ये तो अभी शुरुआत है, पूर्णविराम नहीं
पीएम ने बताया कि बार-बार नियम बदलने के मामले में सरकार जनता से फीडबैक लेती है। जो नियम बदले जाते हैं वह उन्हीं के आधार पर होते हैं। पीएम ने आगे कहा, छापेमारी में पकड़े गए लोगों पर हुई कार्रवाई का रहस्य देश के जागरूक लोगों द्वारा दी जा रही जानकारी है। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की तो अभी शुरुआत है, ये पूर्णविराम नहीं है।
लोगों ने बहुत गुमराह किया लेकिन आप डटे रहे
पीएम बोले, 'मैं लोगों को एक और कारण के लिए धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने चुनिंदा लोगों को करारा जवाब दिया है, जो जनता को गुमराह कर रहे हैं। भ्रष्टाचार और कालेधन जैसी लड़ाई को भी सांप्रदायिकता के रंग से रंगने का भी कितना प्रयास किया गया। अफ़वाह फैली की नोट पर लिखी स्पेलिंग ग़लत है। नमक का दाम बढ़ा। 2,000 के नोट भी जाने वाले हैं। लेकिन देशवासियों के मन को कोई हिला नहीं सका।'
जनता के सामर्थ्य को शत-शत नमन
पीएम ने कहा, 'इतना ही नहीं कई लोग मैदान में आए, अपनी बुद्धिशक्ति के द्वारा अफ़वाह फैलाने वालों को भी बेनक़ाब किया। अफ़वाहों को भी बेनक़ाब कर दिया और सत्य लाकर खड़ा कर दिया। मैं जनता के इस सामर्थ्य को भी शत-शत नमन करता हूं। मैं ये साफ अनुभव कर रहा हूं, जब सवा-सौ करोड़ देशवासी आपके साथ खड़े हों, तब कुछ भी असंभव नहीं होता है।'
पीएम मोदी ने इस बार की मन की बात कार्यक्रम के लिए ट्विट भी किया...
देशवासियों से मांगी थी मदद
इससे पहले 26 नवंबर को मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने नोटबंदी पर चर्चा की थी। उन्होंने कहा था कि, 'नोटबंदी का निर्णय सामान्य नहीं है। यह कठिनाइयों से भरा है। लेकिन 50 दिन के बाद हालात सामान्य हो जाएंगे। देशवासी भ्रष्टाचार और कालेधन की इस लड़ाई में मेरी मदद करें।'