नई दिल्ली: सीबीआई में नम्बर दो की हैसियत रखने वाले अफसर राकेश अस्थाना पर घूसखोरी का आरोप लगने के बाद शुरू हुआ विवाद अभी पूरी तरह से थमा भी नहीं था कि अब इससे जुड़ा एक और विवाद सामने आ गया है। इसके घेरे में सीबीआई के अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव भी आ गये है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रजिस्ट्रार ऑफ कंपनिज (आरओसी) ने कहा है कि एम नागेश्वर राव की पत्नी संध्या ने एएमपीएल कंपनी को 1.14 करोड़ रुपए का लोन भरा है। ये लोन तीन ईएमआई में चुकता किया गया है।
बता दे कि पिछले दिनों देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई में एक बड़े घमासान के बाद एम नागेश्वर राव को सीबीआई डायरेक्टर का कार्यभार सौंपा गया लेकिन इसी बीच उन पर कई तरह के सवाल भी उठाए जाने लगे।
ये है पूरा मामला
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक हाल ही में रजिस्ट्रार ऑफ कम्पनीज (आरओसी) ने कहा है कि एम नागेश्वर राव की पत्नी और कोलकाता स्थित एक बड़ी ट्रेडिंग कंपनी एंजेला मर्सेंटाइल्स प्राइवेट लिमिटेड के बीच लगातार पैसों का लेनदेन हुआ है। आरओसी के मुताबिक ये लेनदेन साल 2011 से लेकर 2014 के बीच किया गया है।
आरओसी के रिकॉर्ड्स के मुताबिक राव की पत्नी एम संध्या ने मार्च 2011 में एएमपीएल कंपनी से 25 लाख रुपए का कर्ज लिया था। वहीं रिकॉर्ड में दर्ज है कि 2012 से लेकर 2014 तक संध्या ने एएमपीएल कंपनी को 1.14 करोड़ रुपए का लोन भरा है। ये लोन तीन ईएमआई में चुकता किया गया है. संध्या ने 2012 में कंपनी को 35.56 लाख, 2013 में 38.27 लाख और 2014 में 40.29 लाख रुपए दिए थे।
नागेश्वर राव के एएमपीएल डायरेक्टर से करीबी रिश्ते
फर्स्ट पोस्ट में पब्लिश रिपोर्ट के मुताबिक़ एएमपीएल के डायरेक्टर प्रवीण अग्रवाल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि एम संध्या उनके खास दोस्त एम नागेश्वर राव की पत्नी हैं। वह लोग एक दूसरे को लंबे समय से जानते हैं, जब नागेश्वर राव ओडिशा में कार्यरत थे। वह हमारे परिवार का ही हिस्सा हैं।
इसमें कोई गलत नहीं है कि आप अपने किसी खास को कोई लोन देते हैं या फिर उनके साथ कोई इंवेस्टमेंट करते हैं. हालांकि सीबीआई की तरफ से किसी ने भी इस बात पर कोई टिप्पणी नहीं की।
कोलकाता के अंदर इस जगह मौजूद है कंपनी
गौरतलब है कि एम नागेश्वर राव ओडिशा कैडर के आईपीएस अधिकारी रह चुके हैं। अप्रैल 2016 में वह सीबीआई के संयुक्त निदेशक बने थे। इंडियन एक्सप्रेस की टीम बीते शनिवार और रविवार को एएमपीएल कंपनी के कोलकाता स्थित पते पर जांच के लिए पहुंची थी। कोलकाता के सॉल्ट लेक इलाके में यह कंपनी मौजूद है।
हालांकि वहां पहुंचने पर सिक्योरिटी गार्ड और केयर टेकर से पता चला कि कंपनी के मालिक प्रवीण अग्रवाल का घर है और यहां कोई ऑफिस नहीं है।उस समय घर पर भी कोई मौजूद नहीं था।
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