आगरा: सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से पूरी समाजवादी पार्टी का वजूद टिका हुआ है। परंतु वे ही संगठन में दरकिनार होने लगे हैं। पार्टी के घोषित उम्मीदवार ही खुद को सबसे बड़ा नेता मानने लगे हैं और उनके होर्डिंग में नेता जी को कोई तरजीह नहीं दी जा रही।
मुलायम के निर्देश पर पूरे प्रदेश में पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव २०१७ की तैयारी में जुटी हुई है। पार्टी प्रत्याशी चुनावी रणभूमि में अपने लिए जमीं तलाशने की जद्दोजहद कर रहे हैं। परंतु कुछ कैंडिडेट पार्टी मुखिया को भूल बैठे हैं।ताजनगरी आगरा की सपा प्रत्याशी ने तो हद पार करते हुए अपने विधानसभा क्षेत्र में लगाए गए होर्डिंगों से मुलायम यादव का फोटो ही गायब कर दिया है। हालांकि चुनाव चिन्ह साइकिल की लाज रखते हुए उसे होर्डिंग में जगह दी गई है।
रोली तिवारी ने लगवाए हैं होर्डिंग
दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की सपा प्रत्याशी रोली तिवारी मिश्रा ने अपने चुनाव प्रचार के लिए क्षेत्र में होर्डिंग लगवाए हैं। इन होर्डिंग पर जिस तरह से फोटो लगाए गए है वो प्रत्याशी रोली तिवारी की अलग अलग मंत्रियो के साथ मुलाक़ात के फोटो है। उन चित्रों के माध्यम से रोली ने अपने आपको प्रभावशाली दिखाने का प्रयाश किया है।
कैडर कार्यकर्ताओं में नाराजगी
- होर्डिंग में सपा की परंपरागत शैली से हटकर उम्मीदवार ने सिर्फ खुद को चमकाने की कोशिश की है। जबकि पार्टी सुप्रीमों की फोटो गायब है।
- मुलायम की फोटो न होने से होर्डिंग इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
- दूसरी ओर पार्टी के कैडर कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है।
आगामी चुनाव पर पड़ेगा असर
- होर्डिंगों से सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के फोटो गायब होने से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
- रोली तिवारी राजबब्बर की तरह चुनाव को सिर्फ अपने पर केंद्रित करना चाहती है। चर्चा है राजब्बर की तरह अपने दम पर चुनाव लड़ने की कोशिश रोली कर रही हैं।
- मुस्लिम समाज सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह को अपना नेता मानता है। सपा मुखिया की फोटो न होने से पार्टी को चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है।
- मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र होने से किसी मुस्लिम दावेदार को प्रत्याशी न बनाए जाने से मुस्लिम समाज सपा से भीतर खाने नाराज है।
लोकसभा चुनाव में जारी हुए थे आदेश
-लोकसभा चुनाव २०१४ से पहले लोकसभा प्रत्याशियों द्वारा प्रचार के दौरान लगाए जाने वाले होर्डिंग में फोटो को लेकर बवाल मचने लगा था।
-इसके बाद पार्टी मुखिया ने अपने स्तर से होर्डिंग में राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ प्रत्याशी की फोटो छपवाने के निर्देश जारी किए थे।
- निर्देशानुसार निवेदक के रूप में उम्मीदवार अपना नाम लिख सकते हैं।
- पार्टी मुखिया ने तब कहा था कि निर्देशों के विपरीत जाने से पार्टी व सरकार की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। लिहाजा इससे बचना चाहिए।
राजबब्बर ने भी किया था मुलायम को दरकिनार
- आगरा से २००४ में लोकसभा का चुनाव जीत चुके तत्कालीन सपा नेता व फिल्म अभिनेता राजबब्बर ने भी उनदिनों अपने होर्डिंग में मुलायम सिंह की फोटो नहीं लगाई थी।
- उन्होंने सिर्फ चुनाव चिन्ह साइकिल को अपनी होर्डिंग में जगह दी थी।
- कुछ इसी तर्ज पर दक्षिण विधानसभा प्रत्याशी रोली तिवारी मिश्रा ने भी अपने होर्डिंग तैयार कराए है।
- हालांकि कुछ होर्डिंग में रोली ने सीएम अखिलेश यादव की फोटो लगाई है। लेकिन वहां मुलायम सिंह गायब हैं।
क्या कहा जिला पार्टी प्रभारी ने
- सपा जिला संगठन प्रभारी विपुल पुरोहित के अनुसार उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। अगर ऐसा हुआ है तो इस संबंध में बात की जाएगी।
- पार्टी के शहर अध्यक्ष ने बताया कि उन्हें भी मामले की जानकारी नहीं है।
रोली ने दी सफाई
- रोली ने बताया की सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनके आदरणीय हैं।
- दोनों वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज करने की गलती वे नहीं कर सकती।
- ये होर्डिंग उनके समर्थको ने लगवाए हैं।