लखनऊ: पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने अपने जन्मदिवस के दिन गुरूवार को नई दिल्ली स्थित मैक्स हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। उनके निधन से संपूर्ण देश के राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई। यूपी और उत्तराखंड की राजनीति के पुरोधा माने जाने वाले एनडी तिवारी के निधन से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के राजनेता शोक में डूब गए हैं।
इन्होंने जताई शोक संवेदना
पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के निधन पर गवर्नर रामनाईक ने शोक संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के निधन की खबर मिलते ही उनके पुत्र से फोन पर बात करके अपनी संवेदना जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी लोकप्रियता, संवेदनशीलता और कुशल प्रशासन के लिए तिवारी जी हमेशा याद रखे जाएंगे। नवरात्र और विजयदशमी पर्व के लिए गोरखनाथ मंदिर में मौजूद मुख्यमंत्री ने कहा कि नारायण दत्त तिवारी तीन बार उत्तर प्रदेश और एक बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे। केंद्र सरकार में कई बार मंत्री रहे। अन्य कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सम्भालीं। वह बिना किसी भेदभाव सबके विकास के हिमायती थे। उनके निधन पर उत्तर प्रदेश की जनता की ओर से हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर से दिवंगत की आत्मा की शांति की प्रार्थना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व.तिवारी के परिवारीजनों से उनकी बात हुई। आगे जो भी कार्यक्रम होगा उत्तर प्रदेश सरकार उसमें भरपूर सहयोग करेगी।
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी दिवंगत एनडी तिवारी के निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है।
समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव ने अपने सुख दुख के साथी रहे एनडी तिवारी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि हमने एक महान नेता खो दिया। उनकी कमी हमेशा खलेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नारायण दत्त तिवारी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में वह उनके परिजनों के साथ हैं। अखिलेश यादव ने रोहित शेखर से फोन पर बात कर संवेदना व्यक्त की है।
समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भी एनडी तिवारी से जुड़ी यादें याद करते हुए उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने भी दिवंगत नेता एनडी तिवारी का स्मरण करते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।