तेल अवीव : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'इजरायल की तरफ रुख करना किसी भी भारतीय के लिए अस्वाभाविक नहीं' है और उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों देशों के बीच संबंध एक 'अहम मोड़ पर' है। मोदी ने इजरायल के न्यूज चैनल 2 से कहा, "हमारे बीच बीते 25 वर्षो से कूटनीतिक संबंध हैं और एक संबंध में 25 वर्षो का वक्त बेहद अहम अवस्था है। आज, हमारे बीच संबंध एक अहम मोड़ पर आ गया है। ऐसे वक्त में इजरायल की तरफ जाना किसी भी भारतीय के लिए अस्वाभाविक नहीं है।"
वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि इजरायल पर भारत की तरफ से 180 डिग्री का घुमाव लेने और भारतीयों को यह समझाना क्या आसान होगा कि यह बेहतर दृष्टिकोण है।
यह पूछे जाने पर कि क्या एक छोटा सा राष्ट्र इजरायल और विशाल भारत दोनों साथ मिलकर दुनिया बदल सकते हैं, प्रधानमंत्री ने कहा, "भौगोलिक रचना के आधार पर तुलना नहीं की जानी चाहिए। अगर भारत सोचता है कि वह 1.3 अरब की आबादी वाला देश है और वह उन्हीं से बात करेगा, जो उसके बराबर हो, तो वह दुनिया में अकेला पड़ जाएगा। हमारे बीच मित्रता बेहद स्वाभाविक है।"
मोदी ने कहा कि तमाम दुश्वारियों के बावजूद जिस तरीके से इजरायल ने विकास किया है, उसने सबका ध्यान खींचा है।
उन्होंने कहा, "जिस तरह से इजरायल ने बहुत कम समय में विकास किया, उसकी सब सराहना करते हैं। नवाचार, प्रौद्योगिकी, स्टार्टअप, अंतरिक्ष, कृषि ऐसे क्षेत्र हैं, जिसमें भारत तथा इजरायल कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ सकता है।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी भी देश की विकास यात्रा में नवाचार महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, "इजरायल ने हमेशा नवाचार पर जोर दिया। हम अंतरिक्ष के क्षेत्र में साथ मिलकर काम कर रहे हैं। जमीन से लेकर आसमान तक हम प्रत्येक्ष क्षेत्र में मिलकर काम कर सकते हैं।"