नई दिल्लीः पूर्व कैबिनेट सचिव टीएसआर सुब्रहमण्यम की अध्यक्षता वाली एक कमेटी ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को रिपोर्ट सौंप दी है। कमेटी ने नई शिक्षा नीति पर अपने प्रस्ताव में कहा है कि 8वीं की जगह 5वीं क्लास तक ही छात्र को फेल न करने का नियम हो। कमेटी ने ये मानने से इनकार कर दिया कि 8वीं का छात्र ठीक से पढ़-लिख नहीं सकता। इसके अलावा कमेटी ने कई और सुझाव भी दिए हैं।
विदेशी यूनिवर्सिटीज की स्थापना का प्रस्ताव
-कमेटी ने विदेशी यूनिवर्सिटीज के कैंपस की स्थापना का प्रस्ताव भी दिया है।
-ऐसी यूनिवर्सिटीज को कुछ नियमों के तहत देश में पढ़ाने का अधिकार होगा।
-सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के क्वालिटी का ऑडिट कराने का भी प्रस्ताव कमेटी ने दिया है।
कमेटी के अन्य सुझाव
-आईएएस की तरह एजुकेशनल सर्विसेज के लिए ऑल इंडिया कैडर बनाने का सुझाव दिया।
-यूजीसी और एआईसीटीई में आमूलचूल बदलाव के लिए भी कमेटी ने कहा।
-त्रिभाषा फॉर्मूला में कोई बदलाव नहीं किए जाने की बात कही।
-कमेटी ने पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए भी सुझाव दिए।
-इसमें छुट्टियों और स्कूल के बाद क्लासेज का सुझाव बी है।
कब बनी थी आखिरी शिक्षा नीति?
-आखिरी बार शिक्षा नीति 1986 में बनी थी।
-सरकार अब रिपोर्ट के आधार पर नई शिक्षा नीति का ड्राफ्ट बनाएगी।
-जनता से ड्राफ्ट पर सुझाव लिए जाएंगे।