सहारनपुर: चर्चित एनआरअाई अजय गुप्ता ने फिलहाल साउथ अफ्रीका से शिफ्ट होने से इनकार किया है। newztrack.com से खास बातचीत में उन्होंने मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन किया। उन्होंने कहा कि वह पिछले 20 सालों से अफ्रीका में रह रहे हैं। कारोबार जमा हुआ है, जोहांसबर्ग में आशियाना है। ऐसे में वह साउथ अफ्रीका क्यों छोडे़ंगे?
अजय गुप्ता ने कहा-मेरा एक भाई राजेश दुबई में कई सालों से कारोबार कर रहा है। उनके साथ सहारनपुर से ही संजय खट्टर भी कारोबार कर रहे हैं। मैं दुबई अपने बेटे से मिलने गया तो इसका मतलब यह नहीं कि मैंने साउथ अफ्रीका छोड़ दिया है। दुबई, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में हमारा सालों से कारोबार है। दुबई में इंटरनेशनल लेवल का स्टेडियम बन रहा है, जिसकी देखरेख मैं कर रहा हूं।
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अफ्रीका में हैं कई कंपनियां
अजय ने कहा-जिस कंपनी ओबके इनवेस्टमेंट से दुदुजेन ने इस्तीफा दिया है, उसी कंपनी से मैंने भी इस्तीफा दिया है। पर अभी कंपनी नहीं छोड़ी है। केवल डायरेक्टर पद से रिजाइन दिया है। साउथ अफ्रीका में मात्र यही कंपनी नहीं, कई और कंपनियां भी मेरी हैं, जिसमें मेरा काम चल रहा है।
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सहारनपुर में होगा बेटे का रिसेप्शन
अजय ने बताया कि शनिवार को उनके बेटे कमल की रिंग सेरेमनी है। इसके बाद 24 और 25 अप्रैल को तुर्की में शादी है। इसी को लेकर इन दिनों व्यस्त हैं। 28 अप्रैल को सहारनपुर में रिसेप्शन होगा। बेटे की शादी दिल्ली निवासी अजय जैन की बेटी पलक से हो रही है।
ये है गुप्ता परिवार
साउथ अफ्रीका में कारोबार करने वाले अजय गुप्ता का विशाल साम्राज्य है। गुप्ता बंधु अजय गुप्ता, अतुल गुप्ता और राजेश गुप्ता सहारनपुर के रहने वाले हैं। शहर के रानी बाजार के एक छोटे से मोहल्ले से निकला यह परिवार साउथ अफ्रीका की राजनीति, बिजनेस और मीडिया सहित हर क्षेत्र में अपनी मजबूत दखल रखता है। परिवार का रसूख ऐसा है कि प्रेसिडेंट जैकब जुमा के परिवार के कई मेंबर उनके यहां नौकरी करते हैं।
पिता की सहारनपुर में थी राशन की दुकान
अजय के पिता शिवकुमार गुप्ता की सहारनपुर के रानी बाजार स्थित रायवाला मार्केट में राशन की दुकान थी। दुकान के पीछे एक छोटा सा पुश्तैनी मकान है। पढ़ाई में तीनों ही भाई अच्छे थे। बड़े भाई अजय ने जैन काॅलेज में पढ़ाई कर सीए का कोर्स किया तो छोटे भाइयों ने आईटी में इंजीनियरिंग की।
होटल हयात में नौकरी के बाद गए अफ्रीका
अजय गुप्ता साल 1985 में दिल्ली चले गए। वहां कुछ दिनों हयात होटल में नौकरी करने के बाद साल 1993 में साउथ अफ्रीका चले गए। भाइयों के साथ मिलकर कंप्यूटर हार्डवेयर का छोटा सा बिजनेस शुरू किया। जोहान्सबर्ग में सहारा कंप्यूटर और उसके पार्ट बनाने की कंपनी शुरू की। इसकी बीच दक्षिण अफ्रीका के मौजूदा प्रेसिडेंट जैकब जुमा से उनके पारिवारिक संबंध हो गए।
जुमा की पत्नी बोगी नगमा जुमा गुप्ता परिवार की माइनिंग कंपनी में डायरेक्टर, बेटी दुदुजेल जुमा सहारा कंप्यूटर में डायरेक्टर और बेटा दुदुजेन जुमा गुप्ता परिवार की ओक बे इनवेस्टमेंट में डायरेक्टर थे। साउथ अफ्रीका में स्थित कंपनियों का सालाना टर्नओवर 55 मिलियन अमेरिकी डाॅलर से अधिक है। कंप्यूटर के अलावा खनन, हवाई यात्रा, र्इंधन, तकनीक और मीडिया जैसे दूसरे क्षेत्रों में भी गुप्ता परिवार का दखल है।
ये था विवाद
गुप्ता बंधुओं पर साउथ अफ्रीका में पहले वहां के फाइनेंस मिनिस्टर नेने को हटाने का आरोप लगा, जब प्रेसिडेंट जैकब जुमा ने फाइनेंस मिनिस्टर को उनके पद से हटा दिया था। गुप्ता की मुश्किलें तब और बढ़ गईं, जब साउथ अफ्रीका के वाइस फाइनेंस मिनिस्टर मसोबीसी जोनास ने यह दावा कर दिया कि अजय गुप्ता ने नेने की जगह उन्हें फाइनेंस मिनिस्टर बनवाने का आश्वासन दिया। अजय पर ऐसे ही आरोप पहले भी लग चुके हैं, जब उन्होंने 2010 में एक सांसद को मंत्री बनवाने का आश्वासन दिया था।
पहले भी रहे विवादों में
2013 में अजय गुप्ता की भतीजी की शादी में बरातियों से भरे जहाज को वायुसेना के बेस पर उतरने की अनुमति दी गई थी और बरातियों को बिना जांच के जाने दिया गया था। इस मामले में बवाल मचा तो कुछ अधिकारी सस्पेंड कर दिए गए थे।अफ्रीकी प्रेसिडेंट पर महाभियोग की तैयारियों के बीच वहां की सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में जैकब जुमा को आर्थिक अपराध का दोषी करार दिया था। चीफ जस्टिस मोमोएंग ने कहा कि अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस प्रभुत्व वाली संसद घोटाले में जुमा के खिलाफ कदम नहीं उठाकर अपने दायित्वों के पालन में नाकाम रही है। इन परिस्थितियों में जुमा के बेटे ने इस्तीफा दिया है।