जयपुर : फिल्म 'पद्मावती' को लेकर दीपिका पादुकोण के उत्तेजक बयान के बाद बुधवार को श्री राजपूत करणी सेना ने संजय लीला भंसाली की फिल्म एक दिसंबर को रिलीज होने पर उस दिन 'भारत बंद' रखने का आह्वान किया है। राजपूत समुदाय के संगठन श्री राजपूत करणी सेना के संस्थापक व संरक्षक लोकेंद्र सिंह कलवी ने यहां मीडिया को बताया, "रिलीज की तारीख के पहले हम गुरुग्राम, पटना, लखनऊ, भोपाल सहित देश भर में रैली करेंगे।"
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मुसलमानों सहित सभी समुदायों ने करणी सेना का समर्थन किया है।
उन्होंने कहा, "हमने फिल्म को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने की मांग की है। हम अब फिल्म की प्री-स्क्रीनिंग (रिलीज पूर्व दिखाया जाना) नहीं चाहते हैं। हम सिर्फ इसके प्रतिबंध की मांग करते हैं।"
कलवी ने दावा किया कि सिनेमेटोग्राफी अधिनियम के मुताबिक, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से मंजूरी मिलने के बाद भी सरकार किसी फिल्म की रिलीज पर तीन महीने रोक लगा सकती है और इस रोक को आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
कलवी ने कहा, "हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।"
उन्होंने दीपिका पादुकोण के उस बयान कि 'फिल्म की रिलीज को कुछ भी नहीं रोक सकता' भड़काऊ बताया।
करणी सेना के कार्यकताओं ने मंगलवार को राजस्थान के कोटा के एक थिएटर में 'पद्मावती' का ट्रेलर दिखाए जाने की खबरों पर वहां तोड़-फोड़ मचाई।
कलवी ने कहा कि भंसाली की टीम ने उन्हें कुछ महीने पहले लिखित रूप से आश्वासन दिया था कि राजपूत संगठनों को विश्वास में लेने के लिए रिलीज के पहले फिल्म की प्री-स्क्रीनिंग की जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
इससे पहले जनवरी में भंसाली पर इतिहास से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए जयपुर में करणी सेना के कार्यकताओं ने उनके साथ मारपीट की थी।
राजस्थान महिला आयोग की प्रमुख सुमन शर्मा ने सीबीएफसी प्रमुख प्रसून जोशी को फिल्म देखने के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि फिल्म के जरिए महिला के सम्मान के साथ कोई खिलवाड़ नहीं हुआ हो, एक पत्र लिखकर आग्रह किया है।