तेहरान: ईरान की राजधानी तेहरान में सोमवार को भारत-अफगानिस्तान-ईरान के बीच परिवहन को लेकर त्रिपक्षीय समझौते हुए। इस ऐतिहासिक समझौते के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हम यहां एक इतिहास बनने के गवाह बने हैं।' समझौते के वक्त मोदी के साथ ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ घानी भी मौजूद थे।
ये भी कहा पीएम मोदी ने :
-पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि भारत और ईरान के बीच आर्थिक सबंधों का एजेंडा ही प्राथमिकता है।
-हम आपस में बेहतर कनेक्टिविटी रखने के बाद ही दुनिया के साथ अच्छा संपर्क विकसित कर सकते हैं।
-उन्होंने कहा कि बीते वक्त में हुई काफी राजनीतिक और ऐतिहासिक उतार-चढ़ाव के बाद भी इन दोनों देशों ने एक-दूसरे का साथ कभी नहीं छोड़ा।
-हम हमेशा मजबूत संपर्क में रहे हैं।
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खुलेगा तरक्की का रास्ता
-पीएम मोदी ने कहा कि त्रिपक्षीय परिवहन और ट्रांजिट कॉरिडोर तीनों देशों की जनता के लिए शांति और तरक्की का कॉरिडोर साबित होगा।
-वहीं चाबहार में पूंजी और प्रौद्योगिकी की बहार आएगी।
-यह पोर्ट नई औद्योगिक के लिए बुनियादी सुविधाओं की अगुवाई करने वाला साबित होगा।
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बढ़ेंगे रोजगार के मौके
-पीएम ने कहा, चाबहार समझौता से हम दोनों देशों के व्यापार का विस्तार होगा और निवेश को आकर्षित किया जा सकेगा।
-इससे उद्योग के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण होगा।
-साथ ही बड़े पैमाने पर रोजगार के मौके बनेंगे।