नई दिल्ली: पीएम मोदी ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में भारत के बढ़ते कदम पर कहा, ऐसा पहली बार हुआ जब हम आंख से आंख मिलाकर बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, एक वक्त था जब हम समंदर के किनारे बैठकर लहरें गिना करते थे। अब वक्त आ गया है कि हम पतवार लेकर खुद उतरें और दिशा और गति तय करें।
पीएम मोदी ने अपने इंटरव्यू में पड़ोसी देशों पर बात करते हुए कहा, सीमा पर आतंकियों को जवाब देने के लिए जवानों को पूरी छूट है। उन्होंने कहा, हमने अपने जवानों को कहा है कि पाक जैसी भाषा में जवाब में चाहता है, उसे वैसे ही जवाब दें। चीन से जुड़े सवाल पर भी पीएम ने बेबाकी से जवाब देते हुए कहा, ऐसा पहली बार हुआ जब हम आंख से आंख मिलाकर बात कर रहे हैं।
इंटरव्यू में पीएम मोदी की कही खास बातें :--
हम पतवार लेकर खुद उतरें और दिशा तय करें
-विदेश नीति पर पीएम ने कहा, पिछले 30 सालों तक हमारे देश में अस्थिर सरकारें रही। देश की जनता ने हमें बहुमत दिया, इसका असर दुनिया के नजरिए पर होता है।
-दुनिया देश के मुखिया को जानना चाहती है लेकिन मोदी को कोई नहीं जानता था। इसलिए बतौर पीएम मुझे 'प्रो-एक्टिव' होना पड़ा।
-अब दुनिया द्विध्रुवीय नहीं रही, आज दुनिया आपस में जुड़ी हुई है। सभी देश एक-दूसरे पर निर्भर हैं।
-एक वक्त था जब हम समंदर के किनारे बैठकर लहरें गिना करते थे। अब वक्त आ गया है कि हम पतवार लेकर खुद उतरें और दिशा और गति तय करें।
जवाब देने के लिए जवानों को पूरी छूट
-सीमा पर आतंकियों को जवाब देने के लिए जवानों को पूरी छूट है। हमारे सैनिक सीमा पर जी जान से डटे हैं।
-हमारा मुख्य उद्देश्य शांति और हितों की रक्षा करना है। हमने अपने जवानों को कहा है कि पाक जैसी भाषा में जवाब में चाहता है, उसे वैसे ही जवाब दें।
-आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को जवाब देने में दिक्कत हो रही है, यह समूची दुनिया देख रही है।
-पाकिस्तान के साथ लक्ष्मण रेखा का फैसला सरकारों के साथ बदलता रहेगा, इसलिए भारत को हर पल सतर्क रहना होगा।
भारत-चीन वैचारिक रूप से भिन्न हैं
-चीन के मुद्दे पर पीएम ने कहा, ऐसा पहली बार हुआ जब हम आंख से आंख मिलाकर बात कर रहे हैं।
-चीन के साथ भारत की कई समस्याएं हैं। दोनों देशों के बीच वैचारिक भिन्नता स्वाभाविक है।
-पाकिस्तान में कई ताकतें काम कर रही हैं। हमारी वहां की सरकार से बातचीत जारी है। हम दोस्ती चाहते हैं लेकिन अपने हितों पर समझौता नहीं करेंगे।
-पाकिस्तान के मामले में हमें हर पर चौकन्ना रहना पड़ेगा। मेरा लाहौर जाना, पाक पीएम को भारत बुलाना, हमारी इस भूमिका को दुनिया सराह रही है।
महंगाई को परसेप्शन से न देखें
-महंगाई को परसेप्शन से न देखें। ये सच्चाई है। सच्चाई को स्वीकारना होगा।
-पिछली सरकार में जितनी तेजी से महंगाई बढ़ रही थी, उसके मुकाबले इस बार कम है।
-दो साल के सूखे की वजह से महंगाई बढ़ रही है।
-दाल के दामों पर काबू पाने की सरकार पूरी कोशिश कर रही है।
-संसद से हंसी-मजाक गायब हो गया है, यह चिंता का विषय है।
मीडिया से भी की अपील
-एनएसजी के मामले में ज्यादा सफल नहीं होने की वजह से देश में सरकार की आलोचना हो रही है।
-पीएम ने कहा, मीडिया से अपील करता हूं कि भारत की हर चीज को पाकिस्तान के संदर्भ में देखना बंद करें।
-हमारे राज में अब गरीब ताकतवर बनेगा। अब वो उतना ताकतवर बनेगा, जितने में वो गरीबी को परास्त कर सके।
-हमारी सारी योजनाएं देश के गरीबों को मजबूत बनाने की है। जितने ज्यादा लोगों को रोजगार देंगे, उतना ही आपको फायदा होगा।