सिडनी: नरेंद्र मोदी से दोस्ती को लेकर अक्सर सुर्ख़ियों में रहने वाले कारोबारी अडानी की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के खिलाफ शनिवार को ऑस्ट्रेलिया भर में प्रदर्शन हुए। अडानी ग्रुप की प्रस्तावित कोयला खदान के खिलाफ हुए प्रदर्शन में हजारों लोग शामिल हुए। यह परियोजना पूरी होती है तो यह ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी कोयला खदान होगी। बता दें, कि पर्यावरण और वित्त से जुड़े मुद्दों की वजह से इस परियोजना में पहले ही सालों की देरी हो चुकी है।
पर्यावरण के लिए काम कर रहे संगठनों का आरोप है कि क्वींसलैंड स्टेट में बनने वाली यह खदान आने वाले समय में ग्लोबल वॉर्मिंग का बड़ा कारण बनेगी। साथ ही, ग्रेट बैरियर रीफ को भी नुकसान पहुंचाएगी।
ये भी पढ़ें ...PM बोले, ‘GST में बदलाव ने 15 दिन पहले ही दिवाली मनाने का दिया मौका’
'स्टॉप अडानी' मूवमेंट
इसी के तहत शनिवार को 'स्टॉप अडानी' नाम के मूवमेंट में कुल 45 विरोध-प्रदर्शन हुए। ऐक्टिविस्ट ग्रुप 350 की ऑर्गेनाइजर ब्लेयर ने कहा, कि सिडनी के बोंडी बीच पर 1,000 से अधिक लोगों ने 'स्टॉप अडानी' का संकेत बनाया।
क्या अडानी कर पाएंगे फंडिंग"
एक स्थानीय मीडिया के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के आधे से अधिक लोग इस खदान परियोजना का विरोध कर रहे हैं। विश्लेषकों ने यह संदेह जताया है कि क्या अडानी इस खदान परियोजना की फंडिंग कर पाएंगे? इस परियोजना की शुरुआती लागत 4 बिलियन डॉलर है।
ये भी पढ़ें ...और जब मोदी ने रुकवाया काफिला, गाड़ी से उतर मिले इस बुजुर्ग से
जवाब में ये कहा अडानी ने
इस सबके जवाब में अडानी ने कहा है, कि 'इस प्रॉजेक्ट से ऑस्ट्रेलिया को टैक्स और रॉयल्टी के तौर पर अरबों डॉलर मिलेंगे। इसके अलावा रोजगार का सृजन होगा साथ ही भारत को कोयला निर्यात किया जा सकेगा।'
ये भी पढ़ें ...हज नीति: ट्रिपल तलाक के बाद मुस्लिम महिलाओं को अब हज की आजादी