सबरीमाला: प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर पर कोर्ट ने 28 सितंबर को मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर लगी रोक हटा दी थी। मगर उसके बाद भी मंदिर में बुधवार कोमहिलाएं प्रवेश नहीं कर पाईं। ऐसी स्थिति में महिलाएं इसका जमकर विरोध कर रही हैं, जिसके बाद केरल प्रशासन ने सन्नीधानम, पंबा, निलक्कल और ईलावुंगल में धारा 144 लगा दी है।
प्रदर्शनकारियों ने जमकर किया तोड़फोड़
बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि 10 से 50 वर्ष की महिलाएं मंदिर में एंट्री कर सकती हैं लेकिन इसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कोर्ट का आदेश नहीं माना। प्रदर्शनकारियों ने बुधवार शाम जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया को भी छोड़ा और रिपोर्टरों पर हमला किया। यही नहीं, प्रदर्शनकारियों ने मीडिया की गाड़ियों को भी नहीं बक्शा। उन्होंने गाड़ियों के साथ खूब तोड़फोड़ की।
सबरीमाला संरक्षण समिति ने किया 12 घंटे राज्यव्यापी बंद का ऐलान
वहीं, बुधवार शाम को हुए इस हंगामे के बाद सबरीमाला संरक्षण समिति ने गुरुवार को 12 घंटे राज्यव्यापी बंद का ऐलान किया है। यही नहीं, सबरीमाला संरक्षण समिति के इस राज्यव्यापी बंद को बीजेपी के अलावा अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद और अन्य स्थानीय संगठनों ने अपना समर्थन दिया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले में DGP को भेजी नोटिस
बता दें, इस राज्यव्यापी बंद का मकसद श्रद्धालुओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का विरोध करना है। वहीं, बुधवार को जब महिलाएं मंदिर की सीढ़ियों तक पहुंच गईं थी, जब प्रदर्शनकारियों ने काफी प्रदर्शन किया और उनके साथ मारपीट भी की। महिलाओं के साथ हुए इस व्यावाहार से राष्ट्रीय महिला आयोग काफी नाराज है।
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ऐसे में आयोग ने केरल के पुलिस महानिदेशक को नोटिस भी भेजा है। आयोग ने साफ़ तौर पर इस हमले की कड़ी निंदा की और पुलिस महानिदेशक से कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है। इसके साथ ही महिला आयोग ने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस कड़े प्रबंध करे। बता दें, बुधवार को महिलाओं को कवर करने गईं महिला पत्रकारों पर भी हमला किया गया था।